उत्तराखंड में इस वक्त मॉनसून ने कहर बरपा रखा है. पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. पहाड़ों में सड़कें टूट रही हैं, नदियां उफान पर हैं और गांवों में हालात बाढ़ जैसे बन चुके हैं. कई जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं, जिनसे हालात और ज्यादा गंभीर हो गए हैं. चमोली जिले के कुंतरी और धुरमा गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है. अचानक तेज बहाव के कारण घरों और खेतों को नुकसान पहुंचा है. राहत-बचाव दल मौके पर जुटे हैं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
राज्य में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और मलबा गिरने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं. गढ़वाल और कुमाऊं दोनों ही मंडलों में पहाड़ी रास्ते बंद हो रहे हैं, जिससे आवाजाही मुश्किल हो गई है. प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे खतरा और बढ़ सकता है.
उत्तराखंड में हर साल मॉनसून के दौरान प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन इस बार हालात ज्यादा चुनौतीपूर्ण नजर आ रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में बिजली-पानी की आपूर्ति ठप है और कई जगहों पर संचार व्यवस्था भी प्रभावित हुई है. लोग घरों में कैद हो चुके हैं और रोजमर्रा की जिंदगी पर गहरा असर पड़ा है.
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अचानक आया लैंडस्लाइड, बाल-बाल बचे भाजपा सांसद
अचानक आया लैंडस्लाइड, बाल-बाल बचे भाजपा सांसद
— NDTV India (@ndtvindia) September 18, 2025
बाल-बाल बचे भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी. बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर हुए एक लैंडस्लाइड से बचें. आपदा क्षेत्र का दौरा कर लौट रहे थे वापस ऋषिकेश,#landslide | #uttarakhand | #video pic.twitter.com/kM8QlF6QhM
जान बचाकर भागे BJP सांसद अनिल बलूनी... बद्रीनाथ हाईवे पर भरभराकर गिरा पहाड़
उत्तराखंड के गढ़वाल से बीजेपी के सांसद अनिल बलूनी बुधवार को उत्तराखंड में भूस्खलन पीड़ितों से मिलने पहुंचे. इसी दौरान रास्ते में भूस्खलन होता देख वो रुक गए. अपनी गाड़ी से उतर कर वो बाकी लोगों को पीछे आने को कह रहे थे, तभी इतनी तेजी से पहाड़ पर भूस्खलन हुआ कि अनिल बलूनी भी घबरा गए और तेजी से पीछे की ओर भागे. यहां पढ़ें पूरी खबर
चमोली में बादल फटने से 5 लोग लापता, छह घर बह गए
उत्तराखंड के चमोली में मूसलाधार बारिश के कारण बादल फटने से कम से कम पांच लोगों के लापता होने की खबर है. बुधवार देर रात अचानक हुई बारिश के कारण नंदा नगर में भारी मलबा आ गया, जिससे छह इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और लोक निर्माण विभाग की टीमों को तैनात किया गया है. साथ ही, मलबा हटाने और राहत कार्यों में मदद के लिए जेसीबी मशीनें और अन्य उपकरण भी लगाए गए हैं.
मलबे से दो लोगों को जीवित बाहर निकाला गया, जबकि अत्यंत प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद खोज एवं बचाव कार्य जारी है. अधिकारियों ने पुष्टि की है कि तीन एम्बुलेंस के साथ एक मेडिकल टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है.