प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने बृहस्पतिवार को कहा कि चुनाव नजदीक आने के साथ ही उच्चतम न्यायालय में ‘धोखाधड़ी के मामलों' की संख्या बढ़ने लग जाती है और यह अदालत राजनीतिक मुकदमेबाजी का केंद्र बन जाती है.सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) द्वारा शीर्ष अदालत में आयोजित ‘संविधान दिवस' समारोह में न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ‘‘हम सभी का सह-अस्तित्व है और भारतीय संविधान हमें बताता है कि या तो हम जीवित रहेंगे या एक साथ नष्ट हो जाएंगे.''
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन सबसे हटकर, मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि संविधान का जश्न मनाने के दिन हम न्याय के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करना सीखें. न्याय के लिए हमारा कर्तव्य व्यक्तिगत मामलों में सफलता या विफलता से कहीं अधिक है.'' न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, 'कल ही, मुझे धोखाधड़ी के एक मामले से निपटना पड़ा. शीर्ष अदालत हर दिन धोखाधड़ी के मामलों से निपटती है. कुछ अदालतों में धोखाधड़ी के मामलों की संख्या अधिक होती है और जब-जब चुनाव आते हैं, इस अदालत में धोखाधड़ी के मामलों की संख्या बढ़ने लग जाती है तथा हम न्यायाधीशों के रूप में इसे महसूस करते हैं.''
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि चुनाव खत्म होने के बाद चीजें शांत हो जाती हैं और ‘जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते हैं, अदालत राजनीतिक मुकदमेबाजी का केंद्र बन जाती है. यह हमारे समाज की सच्चाई है.' न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने उपस्थित लोगों को कुछ देर हिंदी में भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता और संविधान का अटूट संबंध है.
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