पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की छात्र शाखा सीएफआई (CFI)के नेता रऊफ शरीफ (Rauf Sherif) को तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर देश से भागने की कोशिश करते हुए रोका गया है. शरीफ के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच कर रहा है. साथ ही हाथरस केस (Hathras Case) में भी उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) को उसकी तलाश थी.आरोप है कि रऊफ शरीफ के खाते में ओमान और कतर से दो करोड़ रुपये आए थे. यह भी आरोप है कि इन पैसों का प्रयोग असामाजिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा था. आरोप है कि शरीफ से पूछताछ के लिए जांच एजेंसियों ने उसे नोटिस भी जारी किए थे लेकिन जांच एजेंसियों के नोटिसों से खुद को बचा रहा था.
जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की आड़ में दंगा भड़काने की साजिश में 05 अक्टूबर को कई लोगों को मथुरा से गिरफ्तार किया गया था. इनमें आरोपी अतीकुर्रहमान और मसूद को दंगा भड़काने की साजिश में आर्थिक मदद और संसाधन उपलब्ध कराने के लिए केरल निवासी रऊफ शरीफ की भूमिका प्रकाश में आई थी. इसके बाद लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. रऊफ शरीफ मस्कट जाने की फिराक में था, जिसे एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया है. CFI के महासचिव रउफ शरीफ पर देश-विदेश से करोड़ों रुपये की फंडिंग प्राप्त होने और उसका प्रयोग सामाजिक वैमनस्यता और दंगो को भड़काने में करने का आरोप है.
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मिली जानकारी के अनुसार, शरीफ इधर-उधर छुपता घूम रहा था और इसी के तहत उसने आज देश से भागने की कोशिश की लेकिन उसे तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर पकड़ लिया गया. फिलहाल ईडी समेत जांच एजेंसियों की उससे पूछताछ जारी है. उसे गिरफ्तार भी किया जा सकता है.
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