जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Jammu and Kashmir Former Chief Minister Mehbooba Mufti)ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार उनकी पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) को तोड़ने की कोशिश कर रही है. महबूबा ने कहा कि केंद्र सरकार पीडीपी के नेताओं को लालच और धमकी देकर पार्टी को तोड़ने के प्रयास में जुटी है.
महबूबा मुफ्ती के बयान से एक दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन के एक मामले में उनसे श्रीनगर स्थित कार्यालय में 5 घंटे तक पूछताछ की थी. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि सरकार पीडीपी के सदस्यों को लालच और धमकी देकर पार्टी को बांटने का प्रयास कर रही है. ईडी जैसी जांच एजेंसियों के इस्तेमाल से उन्हें डराने का प्रयास किया जा रहा है.
केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए महबूबा ने कहा कि उन्हें पासपोर्ट के मौलिक अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है. यह सियासी प्रतिशोध नहीं है तो क्या है? ईडी की पूछताछ पर मुफ्ती ने कहा कि देश में असहमति को अपराध घोषित किया जा रहा है और विपक्ष की आवाज बंद करने के लिए एनआईए, सीबीआई तथा ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
गौरतलब है जम्मू-कश्मीर में पहले बीजेपी और पीडीपी की गठबंधन की सरकार थी, लेकिन बीजेपी ने समर्थन वापस ले लिया था. बाद में अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया गया था. तब पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया गया था. बाद में धीरे-धीरे ये पाबंदियां हटाई गई थीं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं