सीबीआई (CBI) ने वडोदरा के रहने वाले मयंक तिवारी नाम के शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया है. मयंक तिवारी पर आरोप है कि उसने पीएमओ (PMO) का अफसर बनकर एक डॉक्टर को धमकी दी थी. विनायक आई हॉस्पिटल के डॉ. प्रणय के पक्ष में 16.43 करोड़ के विवाद को निपटाने के लिए डॉ. अग्रवाल आई हॉस्पिटल के एमडी डॉ. अग्रवाल को धमकी दे रहा था. पीएमओ की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है.
शिकायत में कहा गया है कि आरोपी मयंक तिवारी ने दो डॉक्टरों - डॉ. प्रणय कुमार सिंह और डॉ. सोनू वर्मा की ओर से डॉ. अग्रवाल को "मामला निपटाने" के लिए कई मैसेज भेजे थे. नकली पीएमओ अधिकारी ने डॉ. अग्रवाल आई हॉस्पिटल के सीईओ को भेजे एक संदेश में लिखा था कि मैंने आपसे आपसी सहमति से मामले को सुलझाने का अनुरोध किया था और यह आप पर निर्भर करता है कि आप इस मामले को कैसे संभालते हैं.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को एक शिकायत में, पीएमओ ने कहा कि तिवारी ने अपने आप को पीएमओ में सरकारी सलाहकार का निदेशक बताया था. और कुछ व्यवसायों को वो इस आधार पर धमकी दे रहा था. पीएमओ की तरफ से कहा गया कि इस नाम का कोई व्यक्ति पीएमओ में कार्यरत नहीं है.
डॉक्टर अग्रवाल के भारत और विदेश में 100 से ज्यादा आई हॉस्पिटल है. डॉक्टर अग्रवाल ने इंदौर के विनायक आई हॉस्पिटल के एमडी डॉक्टर प्रणय और अन्य के साथ एक बिजनेस डील की थी. लेकिन बाद में इस एग्रीमेंट पर काम नहीं किया और धोखाधड़ी की. इसके बाद ट्रिब्यूनल ने डॉक्टर प्रणय को पूरा पैसा डॉक्टर अग्रवाल को वापस देने के लिए कहा था. लेकिन पैसा देने के बजाय वो मयंक तिवारी से डॉक्टर अग्रवाल को धमकी दिलवा रहा था.
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