दिल्ली के आबकारी केस (Delhi excise case) में सीबीआई (CBI) अब तक पांच लोगों से एक बार पूछताछ कर चुकी है. ये पांच लोग सनी मरवाहा, अमनदीप ढाल,अमित अरोड़ा,समीर महेंद्रू और अरुण रामचन्द्रा पिलई हैं. इन सभी से एक बार सीबीआई हेडक्वार्टर में पूछताछ हो चुकी है. इनके खिलाफ एलओसी भी खुली हुई है. विजय नायर और दिनेश अरोड़ा विदेश में हैं. उनसे पूछताछ नहीं हुई है.
एफआईआर के मुताबिक सनी मारवाह महादेव लिकर में ऑथराइज्ड सिग्नेटरी था और उन कंपनियों में भी यह डायरेक्टर के पद पर है जो पौंटी चड्डा से संबंधित हैं. सनी मारवाह एक्साइज के तत्कालीन अधिकारियों का बेहद करीबी बताया जाता है. एक्साइज के अधिकारियों को फायदा पहुंचाने, लाइसेंस दिलवाने में वह बिचौलिए का काम करता था. महादेव लिकर्स कंपनी ओखला के बी 303 इंडस्ट्रियल एरिया में है. इसके अलावा E38 कालकाजी में भी दफ्तर है. इसमें सनी मारवाह सिग्नेटरी है.
अमनदीप ढाल बिंडको सेल्स में डायरेक्टर है. समीर महेंद्रू ने मनीष सिसोदिया के करीबी दिनेश अरोड़ा की राधा इंडस्ट्री में एक करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे. अरुण रामचन्द्रा पिलई पर समीर महेंद्रू से पैसे लेकर सरकारी लोगों को देने के आरोप हैं.
सनी मारवाह के पिता के रूप में एक स्टिंग दिखाया गया है. कुलदीप मारवाह का एफआईआर या किसी कंपनी में किसी पद पर होने का जिक्र सीबीआई ने एफआईआर या किसी स्टेटमेंट में नहीं किया है.
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