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चाकुओं से गोदकर मारा, कौन हैं BSP चीफ ऑर्मस्ट्रांग, जिनकी हत्या के बाद तमिलनाडु जा रहीं माया

आर्मस्ट्रांग के भाई वीरमणि की शिकायत के बाद, अपराधियों को पकड़ने के लिए अतिरिक्त आयुक्त, उत्तर, आसरा गर्ग के नेतृत्व में 10 विशेष टीमें गठित की गईं. सिटी पुलिस कमिश्नर संदीप राय राठौर ने कहा, "संदिग्धों के मोबाइल फोन सिग्नल और घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है.

चाकुओं से गोदकर मारा, कौन हैं BSP चीफ ऑर्मस्ट्रांग, जिनकी हत्या के बाद तमिलनाडु जा रहीं माया
नई दिल्ली:

तमिलनाडु में बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख के. आर्मस्‍ट्रांग (K. Armstrong) की चेन्‍नई में दिनदहाड़े हत्‍या कर दी गई. बाइक पर सवार गिरोह ने पेरम्बूर स्थित अपने घर के पास आर्मस्ट्रांग पर चाकुओं से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई. घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए. अब सरेआम किसी नेता की हत्या पर कानून व्यवस्थ पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

रविवार को चेन्नई जाएंगी मायावती
आर्मस्ट्रांग की हत्या के बाद चेन्नई सहित देश में  बसपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश है. सड़कों पर BSP के कार्यकर्ताओं ने हत्याकांड के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं, BSP प्रमुख मायावती ने घटना की निंदा है और कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की है. मायावती रविवार यानी आज चेन्नई जाएंगी और मृतक आर्मस्ट्रांग के परिवार से मुलाकत करेंगीं. 

युवाओं के बीच लोकप्रि थे आर्मस्ट्रांग
आर्मस्ट्रांग न केवल राजनीतिक रूप से प्रभावशाली थे, बल्कि बेहद लोकप्रिय भी थे. पेशे से वकील, वे दलितों के हितों को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित एक कट्टर अंबेडकरवादी थे. आर्मस्ट्रांग को उत्तरी चेन्नई क्षेत्र में, खास तौर पर युवाओं के बीच, एक प्रसिद्ध व्यक्ति बना दिया. उनकी शिक्षा और रोजगार संबंधी गतिविधियों में सहायता करने के आर्मस्ट्रांग के प्रयासों ने उन्हें व्यापक लोकप्रियता और सम्मान दिलाया.

एमके स्टालिन के खिलाफ लड़ा था चुनाव
2006 में आर्मस्ट्रांग चेन्नई निगम पार्षद चुने गए, इस भूमिका ने उन्हें स्थानीय शासन को सीधे प्रभावित करने का अवसर दिया. 5 साल बाद, उन्होंने 2011 के विधानसभा चुनाव में कोलाथुर निर्वाचन क्षेत्र से डीएमके के एमके स्टालिन को चुनौती दी. हालांकि वे जीत नहीं पाए, लेकिन आर्मस्ट्रांग को काफी वोट मिले, जो उनके व्यापक समर्थन आधार का प्रमाण था.

आर्मस्ट्रांग की हत्या शुक्रवार को 6 अज्ञात लोगों के एक गिरोह ने की थी, जो फूड डिलीवरी एग्जीक्यूटिव की वर्दी पहने हुए थे. वे मोटरसाइकिल पर उनके पास पहुंचे और दावा किया कि वे खाना पहुंचाने आए हैं. इससे पहले कि वह खतरे को समझ पाते, उन्होंने उन पर चाकुओं से हमला कर दिया.

आर्मस्ट्रांग के भाई वीरमणि की शिकायत के बाद, अपराधियों को पकड़ने के लिए अतिरिक्त आयुक्त, उत्तर, आसरा गर्ग के नेतृत्व में 10 विशेष टीमें गठित की गईं. सिटी पुलिस कमिश्नर संदीप राय राठौर ने कहा, "संदिग्धों के मोबाइल फोन सिग्नल और घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है.

क्या बदले की भावना से हुई हत्या?
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आर्मस्ट्रांग के हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए बालू के भाई और हिस्ट्रीशीटर 'आर्कोट' सुरेश (48) की पिछले साल पट्टिनापक्कम में एक गिरोह ने हत्या कर दी थी. पूछताछ के दौरान, बालू ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि आर्मस्ट्रांग ने अपने भाई के हत्यारों को अप्रत्यक्ष रूप से उकसाया था. अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए, बालू ने हमले की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया.

आर्मस्ट्रांग की पत्नी ने मद्रास उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर चेन्नई में बीएसपी कार्यालय परिसर में शव को दफनाने की अनुमति मांगी है. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आर. महादेवन ने याचिका पर तत्काल सुनवाई की अनुमति दे दी. उन्होंने संबंधित वकीलों से रविवार को सुनवाई के लिए रोस्टर जज से संपर्क करने को कहा. बीएसपी प्रमुख मायावती रविवार को श्रद्धांजलि देने के लिए चेन्नई जाएंगी.

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