नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (BrijBhushan Sharan Singh) पर यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन कर रहे पहलवान अब ड्यूटी पर वापस लौट चुके हैं. दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस बीच खबर आई कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ बयान दर्ज कराने वाली इकलौती "नाबालिग" महिला पहलवान ने अपने आरोप वापस ले लिए हैं. इस पूरे मामले को लेकर ओलंपियन साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने NDTV से खास बातचीत की है.
ओलंपियन साक्षी मलिक ने एक विशेष साक्षात्कार में NDTV को बताया कि बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली 7 महिला पहलवानों में से एक "नाबालिग" ने दबाव में अपना बयान बदल दिया है. उन्होंने कहा कि यह बयान भारी दबाव में बदला गया है. समझौता करने के लिए हम पर दबाव बनाया जा रहा है.
"दबाव बनाने के कारण "नाबालिग' के पिता परेशान..."
बृज भूषण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे देश के शीर्ष पहलवानों में शामिल बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने दावा किया कि शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाने के कारण "नाबालिग' के पिता परेशान है. साक्षी मलिक ने कहा कि वे पहले दिन से ही आरोपी की गिरफ्तारी और हिरासत में पूछताछ की मांग कर रहे हैं. क्योंकि आरोपी काफी शक्तिशाली है. वह जांच और गवाह को प्रभावित कर रहा है. बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के बिना निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है.
#NDTVExclusive | “नाबालिग लड़की ने दबाव में बदला बयान”, पहलवानों का बड़ा आरोप, देखें सौरभ शुक्ला से खास बातचीत@Saurabh_Unmute pic.twitter.com/4TPGorf1ac
— NDTV India (@ndtvindia) June 10, 2023
"15 जून के बाद भविष्य की रणनीति बनाएंगे"
बजरंग पूनिया ने NDTV से कहा, "महापंचायत' ने आज फैसला किया कि वे केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा दी गई जांच की समय सीमा 15 जून के बाद भविष्य की रणनीति बनाएंगे. हम उनकी गिरफ्तारी की अपनी मांग से पीछे नहीं हटे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें पुलिस जांच पर भरोसा नहीं है.
बजरंग पूनिया ने कहा कि पुलिस कल बृज भूषण सिंह के मौजूद होने के बावजूद एक महिला पहलवान को भारतीय कुश्ती महासंघ के कार्यालय ले गई. महिला ने पूछा कि क्या बज्रभूषण सिंह कार्यालय में थे, पुलिस ने झूठ बोला और कहा कि वह नहीं थे. जब वह आई तो वह डर गई. बजरंग पूनिया ने बृजभूषण सिंह बचाने का आरोप लगाया है.
पहलवानों ने कहा, "हमने सब कुछ दांव पर लगा दिया है. अगर मजबूत चार्जशीट होती है तो बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाएगा." घटना के समय "नाबालिग" पहलवान कम उम्र का नहीं था और उसने अदालत में एक नया बयान दर्ज कराया है. एनडीटीवी के साथ एक साक्षात्कार में, उसके पिता ने कहा कि उसने अपने बयान में उम्र से संबंधित बिट को बदल दिया है. यौन उत्पीड़न की उसकी शिकायत जस की तस बनी हुई है.
"बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों के सभी आरोपों को खारिज किया"
बृजभूषण शरण सिंह ने पहले यौन दुराचार के सभी आरोपों का खंडन किया है और यहां तक कि सभी आरोपों का खंडन करते हुए एक अपमानजनक बयान भी जारी किया है. उन्होंने पहलवानों की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि अगर मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित होता है तो मैं फांसी लगा लूंगा.
कब से चल रहा पहलवानों का धरना?
18 जनवरी को जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना शुरू किया. आरोप लगाया कि WFI के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया. 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात कर कमेटी बनाई, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं हुई.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं