बंबई उच्च न्यायालय (Bombay High Court) ने शुक्रवार को कहा कि अदालत परिसरों के बाहर टैक्सियों और निजी कारों में बैठ कर काम कर रहे नोटरियों (Notaries) के कारण कानूनी पेशे का नाम खराब हो रहा है. न्यायमूर्ति एस. जे. कत्थावाला और न्यायमूर्ति एम. एन. जाधव की एक खंडपीठ ने ऐसे नोटरियों द्वारा विभिन्न अवसरों पर अनुचित काम किए जाने पर भी संज्ञान लिया. अदालत को विभिन्न याचिकाओं के साथ सौंपे गए हलफनामों में विसंगतियां मिली हैं.
आदेश में कहा गया है, ‘‘हाल में ऐसा देखा गया है कि नोटरियों ने कार्यालय/चेंबर के स्थान पर सार्वजनिक पार्किंग में खड़े वाहनों में बैठकर दस्तावेजों को नोटराइज करना शुरू कर दिया गया है. यह भी सामने आया है कि नोटरी इस अदालत परिसर के बाहर टैक्सियों में बैठकर भी काम कर रहे हैं.''
पीठ ने कहा कि इससे कानूनी पेशे का नाम खराब हो रहा है और इससे ना सिर्फ न्यायपालिका को नुकसान पहुंच रहा है बल्कि जनता की नजरों में पेशे का सम्मान भी घट रहा है.
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अदालत ने कहा कि उसे ज्ञात है कि कोविड के कारण कई वकीलों को अपने दफ्तर छोड़ने पड़े हैं, लेकिन पेशे का सम्मान बनाए रखने की जरूरत है और उन्हें सड़कों पर काम करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.
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