राजधानी और पड़ोसी नोएडा के कम से कम 100 स्कूलों को बम की झूठी धमकी मिलने के बाद दिल्ली सरकार ने बुधवार को स्कूलों को एक परामर्श जारी कर उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उनके आधिकारिक आईडी पर प्राप्त ई-मेल को समय से देख लिया जाए.
इस बीच दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि स्कूलों में बम की झूठी धमकी के मामले की जांच विशेष प्रकोष्ठ द्वारा की जाएगी. दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कम से कम 100 स्कूलों को बुधवार को ई-मेल से बम की धमकी मिली. इसके बाद बड़े पैमाने पर (बच्चों को स्कूल से) बाहर लाने और व्यापक स्तर पर तलाशी शुरू की गई. इस बीच घबराए हुए माता-पिता अपने बच्चों को लेने के लिए आनन-फानन में स्कूल पहुंचे.
पुलिस ने कहा कि धमकी को अफवाह घोषित कर दिया गया क्योंकि तलाशी के दौरान “कुछ भी आपत्तिजनक नहीं” पाया गया. शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी परामर्श में कहा गया, “वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए, जिसमें एक मई 2024 की सुबह दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी मिली थी, यह सलाह दी जाती है कि शिक्षा निदेशालय, जीएनसीटी दिल्ली के तहत सरकारी/सरकारी सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त मान्यता प्राप्त स्कूलों के स्कूल प्रशासकों/प्रबंधकों/प्रमुखों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दिन के किसी भी समय (स्कूल समय से पहले, दौरान या बाद में) स्कूल की आधिकारिक ईमेल आईडी पर प्राप्त ईमेल/संदेशों की समय से पड़ताल की जाए.”
इसने स्कूल प्रशासन को यह भी निर्देश दिया कि अगर कुछ भी अवांछित नजर आए तो तुरंत संबंधित जिला शिक्षा अधिकारियों और दिल्ली पुलिस को सूचित करें.
परामर्श में कहा गया, “स्कूल अधिकारियों को किसी भी आसन्न खतरे या चुनौती की स्थिति में छात्रों की सुरक्षा और संरक्षा के संबंध में उचित उपाय शुरू करने के लिए माता-पिता और संबंधित कानून प्रवर्तन अधिकारियों को समय रहते सूचित करना चाहिए.”
वहीं, दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि स्कूलों में बम की झूठी धमकी के मामले की जांच विशेष प्रकोष्ठ द्वारा की जाएगी. दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि मामला विशेष प्रकोष्ठ में दर्ज किया जा रहा है और जांच के लिए एक समर्पित टीम बनाई जाएगी. अधिकारी ने कहा, 'मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है. इसकी गहन जांच की जरूरत है.'
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