मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि वह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को धन शोधन के मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के दौरान गिरफ्तार नहीं करेगा. ईडी ने न्यायमूर्ति विपिन संघवी से कहा कि प्रतिभा सिंह से नौ अगस्त को पूछताछ होगी.
गिरफ्तारी से बचने के लिए याचिका
एजेंसी ने कहा कि उनका बयान दर्ज करने के बाद जब ईडी इस बात को लेकर संतुष्ट हो जाएगी कि उनके खिलाफ मामला बनता है, तब उन्हें गिरफ्तार करने से पहले वह न्यायालय को सूचना दे देगी. प्रतिभा सिंह ने सुनवाई की अगली तारीख 24 अगस्त तक के लिए गिरफ्तारी न करने की मांग को लेकर एक याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने ईडी को एक नोटिस जारी करते हुए उससे जवाब मांगा था. प्रतिभा ने धन शोधन मामले में सह आरोपी जीवन बीमा निगम के एजेंट आनंद चौहान की गिरफ्तारी के मद्देनजर, गिरफ्तारी से बचने के लिए याचिका दायर की थी.
एलआईसी पॉलिसी में 5 करोड़ रुपये के काले धन का निवेश
ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत नौ जुलाई को चौहान को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था. मामले में यह पहली गिरफ्तारी है, जिसमें हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री आरोपी हैं. ईडी तथा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने चौहान को वीरभद्र सिंह के पांच करोड़ रुपये के काले धन को वीरभद्र सिंह तथा उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह सहित परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर एलआईसी पॉलिसी में निवेश करने का आरोपी बनाया है. ईडी ने कथित तौर पर पाया है कि वीरभद्र सिंह ने अपने तथा अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर 6.03 करोड़ रुपये की संपत्ति इकट्ठा की, जो साल 2009-11 में केंद्रीय इस्पात मंत्री रहने के दौरान उनकी आय के ज्ञात स्रोत से अधिक है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गिरफ्तारी से बचने के लिए याचिका
एजेंसी ने कहा कि उनका बयान दर्ज करने के बाद जब ईडी इस बात को लेकर संतुष्ट हो जाएगी कि उनके खिलाफ मामला बनता है, तब उन्हें गिरफ्तार करने से पहले वह न्यायालय को सूचना दे देगी. प्रतिभा सिंह ने सुनवाई की अगली तारीख 24 अगस्त तक के लिए गिरफ्तारी न करने की मांग को लेकर एक याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने ईडी को एक नोटिस जारी करते हुए उससे जवाब मांगा था. प्रतिभा ने धन शोधन मामले में सह आरोपी जीवन बीमा निगम के एजेंट आनंद चौहान की गिरफ्तारी के मद्देनजर, गिरफ्तारी से बचने के लिए याचिका दायर की थी.
एलआईसी पॉलिसी में 5 करोड़ रुपये के काले धन का निवेश
ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत नौ जुलाई को चौहान को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था. मामले में यह पहली गिरफ्तारी है, जिसमें हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री आरोपी हैं. ईडी तथा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने चौहान को वीरभद्र सिंह के पांच करोड़ रुपये के काले धन को वीरभद्र सिंह तथा उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह सहित परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर एलआईसी पॉलिसी में निवेश करने का आरोपी बनाया है. ईडी ने कथित तौर पर पाया है कि वीरभद्र सिंह ने अपने तथा अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर 6.03 करोड़ रुपये की संपत्ति इकट्ठा की, जो साल 2009-11 में केंद्रीय इस्पात मंत्री रहने के दौरान उनकी आय के ज्ञात स्रोत से अधिक है.
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