औरंगजेब रोड का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम पर रखा गया है
नई दिल्ली:
बीजेपी के एक सांसद ने औरंगजेब रोड का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर करने की तर्ज पर कुछ दूसरे रास्तों का नाम महाराणा प्रताप, शिवाजी जैसी विभूतियों के नाम पर करने की मांग की है। इसमें उन्होंने 1975 के उस दिशानिर्देश को रद्द करने की मांग की है, जिसमें सड़कों और गलियों के नाम नहीं बदलने की बात कही गई है।
फूलपुर के सांसद केशव प्रसाद मौर्य ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर नाम परिवर्तन पर दिए गए गृह मंत्रालय के उस निर्देश को बदलने का आग्रह किया, जिसमें मौजूदा सड़कों के नाम को परिवर्तित नहीं करने की बात कही गई है। मौर्य ने आग्रह किया कि राजधानी दिल्ली की सड़कों के नाम को इसी तरह परिवर्तित करके महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी के नाम पर किया जाए।
बीजेपी सांसद ने गृहमंत्री को सौंपे ज्ञापन में कहा कि मेरा अनुरोध है कि सभी सड़कों (नई या पुरानी) के नाम को उन देश भक्तों के नाम पर रखा जाए, जिनसे देश का स्वाभिमान बढ़ता हो और जिन्होंने देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
भारतम संस्था के संयोजक राजीव गुप्ता ने कहा कि 1975 के दिशानिर्देश के बाद भी कई मार्गों के नाम बदले गए। ऐसे में नई पीढ़ी में देश की संस्कृति और देश की महान विभूतियों के प्रति सम्मान की भावना का संचार करने के लिए उक्त दिशानिर्देश को वापस लिया जाना चाहिए।
नई दिल्ली नगर पालिका और दिल्ली नगर निगम क्षेत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 1997 में इर्विन रोड का नाम बदलकर बाबा खड़ग सिंह मार्ग किया गया था, जबकि 2007 में साउथ एंड रोड का नाम राजेश पायलट मार्ग किया गया था।
फूलपुर के सांसद केशव प्रसाद मौर्य ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर नाम परिवर्तन पर दिए गए गृह मंत्रालय के उस निर्देश को बदलने का आग्रह किया, जिसमें मौजूदा सड़कों के नाम को परिवर्तित नहीं करने की बात कही गई है। मौर्य ने आग्रह किया कि राजधानी दिल्ली की सड़कों के नाम को इसी तरह परिवर्तित करके महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी के नाम पर किया जाए।
बीजेपी सांसद ने गृहमंत्री को सौंपे ज्ञापन में कहा कि मेरा अनुरोध है कि सभी सड़कों (नई या पुरानी) के नाम को उन देश भक्तों के नाम पर रखा जाए, जिनसे देश का स्वाभिमान बढ़ता हो और जिन्होंने देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
भारतम संस्था के संयोजक राजीव गुप्ता ने कहा कि 1975 के दिशानिर्देश के बाद भी कई मार्गों के नाम बदले गए। ऐसे में नई पीढ़ी में देश की संस्कृति और देश की महान विभूतियों के प्रति सम्मान की भावना का संचार करने के लिए उक्त दिशानिर्देश को वापस लिया जाना चाहिए।
नई दिल्ली नगर पालिका और दिल्ली नगर निगम क्षेत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 1997 में इर्विन रोड का नाम बदलकर बाबा खड़ग सिंह मार्ग किया गया था, जबकि 2007 में साउथ एंड रोड का नाम राजेश पायलट मार्ग किया गया था।
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