"बिहार के प्रवासी श्रमिकों की हत्‍या" के बारे में ट्वीट को लेकर यूपी के बीजेपी नेता पर केस

तमिलनाडु पुलिस ने प्रशांत उमराव पर क्षेत्र और भाषा के आधार पर लोगों के बीच दुश्मनी पैदा करने का आरोप लगाया है.

प्रशांत उमराव बीजेपी की यूपी इकाई के प्रवक्‍ता हैं

खास बातें

  • यूपी बीजेपी प्रवक्‍ता प्रशांत उमराव ने इस बारे में किया था ट्वीट
  • जिसमें स्‍टालिन के साथ तेजस्‍वी यादव का फोटो था
  • बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया था
नई दिल्‍ली :

तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों की 'हत्‍या' के बारे में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में उत्तर प्रदेश के एक भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. अधिकारियों के अनुसार, एक अखबार के संपादक और एक स्थानीय दैनिक के मालिक को भी शत्रुता फैलाने के आरोप में तमिलनाडु द्वारा अलग से नामित किया गया है और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए एक पुलिस दल का गठन किया गया है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ बिहार के डिप्‍टी सीएम तेजस्वी यादव की फोटो शेयर करते हुए बीजेपी की यूपी इकाई के प्रवक्‍ता प्रशांत उमराव (Prashant Umrao) ने ट्वीट किया था कि "तमिलनाडु में हिंदी बोलने के लिए बिहार के 12 प्रवासियों को मौत के घाट उतार दिया गया." उमराव ने कहा था कि प्रवासियों पर हमले के बावजूद बिहार के नेता ने स्‍टालिन के बर्थडे समारोह में हिस्‍सा लिया. हालांकि अब ट्वीट अब डिलीट कर दिया गया है. 

क्षेत्र-भाषा के आधार पर लोगों में दुश्मनी पैदा करने का आरोप 

तमिलनाडु पुलिस ने प्रशांत उमराव पर क्षेत्र और भाषा के आधार पर लोगों के बीच दुश्मनी पैदा करने का आरोप लगाया है. इसने दैनिक भास्कर के संपादक और तनवीर पोस्ट के प्रोपराइटर के खिलाफ भी दुश्मनी फैलाने और दंगे भड़काने का भी मामला दर्ज किया है. पुलिस के मुताबिक, दैनिक भास्कर ने झारखंड के एक व्यक्ति द्वारा बिहार के एक व्यक्ति की हत्या को उत्तर भारतीय श्रमिकों पर हमले के तौर पर पेश किया. 

स्टालिन बोले, प्रवासी मजदूरों को डरने की जरूरत नहीं

बता दें, पिछले सप्‍ताह दक्षिण भारत के इस राज्‍य में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के बारे में व्हाट्सएप पर कई फर्जी संदेश शेयर किए गए थे, तमिलनाडु और बिहार में राज्य सरकार ने ऐसे संदेशों के खिलाफ चेतावनी जारी की है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) ने कहा है  कि प्रवासी मजदूरों को डरने की जरूरत नहीं है. अगर कोई आपको धमकी देता है तो हेल्पलाइन पर कॉल करें. तमिलनाडु सरकार और लोग( हमारे प्रवासी भाइयों की रक्षा के लिए खड़े होंगे. तमिलनाडु और बिहार के अधिकारियों ने दक्षिणी राज्य में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के बारे में अफवाहें फैलाने वालों को चेतावनी भी जारी की है. तमिलनाडु के जिलाधिकारियों ने हिंदी में अपील जारी कर प्रवासी श्रमिकों से कहा है कि वो डरने नहीं. बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के बारे में अफवाहों की जांच के लिए दोनों राज्यों की पुलिस सोशल मीडिया पर कड़ी नजर भी रख रही है.

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