जम्मू-कश्मीर में किसकी सरकार बनने जा रही है, ये कह पाना अभी बेहद मुश्किल है. कुछ एग्जिट पोल कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस को बहुमत दिला रहे हैं, तो कुछ हंग असेंबली की ओर इशारा कर रहे हैं. राज्य में एक संभावना ये भी नजर आ रही है कि बीजेपी, निर्दलीयों के साथ मिलकर सरकार बना ले. एक स्थिति में गुपकार गठबंधन की सरकार बनाने की संभावना भी नजर आ रही है. हंग असेंबली में 5 मनोनीत सदस्य भी किंग मेकर साबित हो सकते हैं. जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर 5 सीन बन रहे हैं.
सीन-1: NC-कांग्रेस की सरकार
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं, लगभग सभी एग्जिट पोल इस ओर इशारा कर रहे हैं. कुछ एग्जिट पोल ने कांग्रेस- नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 46-50 सीटें मिलने का अनुमान जताया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था. अगर एग्जिट पोल के रुझान परिणाम में बदलते हैं, तो जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन की सरकार बन सकती है.
सीन-2: गुपकार गठबंधन की सरकार
कई एग्जिट पोल इस ओर भी इशारा कर रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में किसी भी दल को बहुमत न मिले यानि हंग असेंबली. ये वो स्थिति होगी, जब नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंचेगी. ऐसी स्थिति में गुपकार गठबंधन की सरकार बनने की संभावना है. गुपकार गठबंधन में फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस के अलावा पीडीपी, पीपल्स कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, सीपीएम, पीपल्स यूनाइटेड फ्रंट, पैंथर्स पार्टी और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस शामिल थे. लेकिन अंतिम समय में कांग्रेस इससे निकल गई थी. हालांकि, हालात बदलने पर कांग्रेस एक बार फिर इस गठबंधन का हिस्सा बन सकती है.
सीन-3: NC-PDP और कांग्रेस की सरकार
नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला का कहना है कि पीडीपी के दरवाजे उनके लिए खुले हैं. फारूक अब्दुल्ला का ये बयान एग्जिट पोल के रुझान को देखते हुए काफी मायने रखता है. दरअसल, कुछ एग्जिट पोल इस ओर भी इशारा कर रहे हैं कि पीडीपी को 12 के आसपास सीटें आएं और नेशनल कॉन्फ्रेंस व कांग्रेस बहुमत से कुछ सीटें पीछे रह जाए. ऐसे में NC-PDP और कांग्रेस भी मिलकर सरकार बना सकती हैं. हालांकि, पीडीपी की ओर से अभी तक किसी के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है.
सीन-4: निर्दलीयों संग बीजेपी की सरकार
जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने ये कहकर कि 'हम निर्दलीयों के टच' में हैं. राज्य में सरकार बनने की नई संभावना पैदा कर दी है. इंडिया टुडे-सी वोटर के एग्जिट पोल के रुझान में बीजेपी को 32 सीटों तक मिलने का अनुमान जताया जा रहा है. अगर ये रुझान सही साबित होते हैं, तो बीजेपी भी जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने की कोशिश कर सकती है. बीजेपी भी शायद ऐसा मान कर चल रही है, इसलिए उन्होंने निर्दलीयों से भी संपर्क साधना शुरू कर दिया है. जम्मू कश्मीर में बहुत से निर्दलीय और छोटे-छोटे दलों ने भी हिस्सा लिया. विपक्षी दल इन्हें बीजेपी का प्रॉक्सी बता रहे हैं. इससे उम्मीद लगाई जा रही है कि ये छोटे दल और निर्दलीय उम्मीदवार परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं. इसी आधार पर किसी दल या गठबंधन को बहुमत नहीं मिलने के आसार लगाए जा रहे हैं.
सीन-5: असली किंग मेकर होंगे ये 5 मनोनीत सदस्य
जम्मू-कश्मीर में अगर किसी भी दल या गठबंधन को बहुमत का आंकड़ा हासिल नहीं होता है, तो असली किंग मेकर 5 मनोनीत सदस्य हो सकते हैं. उप राज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा 5 सदस्य चुने जाएंगे. हालांकि, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस खुलकर इसके विरोध में आ गए हैं. इस नई व्यवस्था के साथ जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पांच मनोनीत सदस्यों के साथ कुल सदस्यों की संख्या 95 हो जाएगी. इसके बाद राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 48 पहुंच जाएगा.
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