भोपाल:
भोपाल के सबसे बड़े मीनल मॉल के आधे हिस्से को डायनामाइट से उड़ा दिया गया है। ये मॉल गैरकानूनी तरीके से सरकारी ज़मीन पर बनाया गया था। मॉल को तोड़ने का आदेश हाईकोर्ट ने दिया था। आरोप है कि बिल्डर ने बड़े अधिकारियों से मिलीभगत कर गैरकानूनी तरीके से सरकारी ज़मीन पर इस मॉल को बनाया। मॉल को फड़ाने के लिए करीब ढाई टन विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया। ये विस्फोटक मॉल के भीटर 136 जगहों पर लगाए गए थे। जिस हिस्से को गिराया गया उसमें करीब 350 दुकानें थीं। ये मॉल 2002−2003 में बन कर तैयार हुआ था।