बचावकर्ताओं ने गुरुवार को मंडी शहर के करीब ब्यास नदी से एक और छात्र का शव बरामद कर लिया। पिछले रविवार को हैदराबाद के एक इंजीनियरिग कॉलेज के 24 विद्यार्थियों का एक दल नदी के तेज प्रवाह में बह गया था।
पुलिस ने बताया कि हादसे में मारे गए विद्यार्थियों की संख्या सात हो गई है। 17 विद्यार्थी अभी भी लापता हैं। गुरुवार को मिले शव की शिनाख्त टी. उपेंद्र के रूप में हुई है।
हादसे को चार दिन बीत चुके हैं, इसके बावजूद लापता विद्यार्थियों को खोजने के लिए अलग-अलग एजेंसियों के 550 से अधिक बचावकर्ता अभी व्यापक तलाश अभियान में जुटे हुए हैं। बुधवार को बारिश ने बचाव अभियान में रोड़े अटकाए।
तेलंगाना के गृहमंत्री नयानी नरसिम्हा रेड्डी ने हादसे के बाद से यहां डेरा डाला हुआ है। उन्होंने बताया, मैं बचाव अभियान से संतुष्ट हूं, वे अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं। तेलंगाना के सांसद एपी जितेंद्र रेड्डी भी यहां पहुंच गए हैं।
हादसा रविवार शाम उस समय हुआ जब मनाली दौरे पर आया एक विद्यार्थी दल करीबी जल विद्युत परियोजना प्रबंधन द्वारा नदी में बिना किसी चेतावनी के छोड़े गए पानी में बह गया।
इस बीच, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एम. शशिधर रेड्डी राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा चलाए जा रहे बचाव और तलाश अभियान का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंच गए। घटनास्थल राजधानी शिमला से करीब 200 किलोमीटर दूर है।
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