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अयोध्या के राम मंदिर में 25 नवंबर को ध्वजारोहण समारोह, तैयारियां जोरों पर

अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में आगामी 25 नवंबर को आयोजित होने वाले ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं. 26 नवंबर को रामलला का गर्भगृह 16 घंटे से ज्यादा समय तक खुला रहेगा ताकि बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकें.

अयोध्या के राम मंदिर में 25 नवंबर को ध्वजारोहण समारोह, तैयारियां जोरों पर
  • अयोध्या के राम मंदिर में 25 नवंबर को ध्वजारोहण समारोह आयोजित होने जा रहा है, इसमें PM नरेंद्र मोदी शामिल होंगे
  • अगले दिन यानी 26 नवंबर को रामलला के दर्शन के लिए उनका गर्भगृह 16 घंटे से ज्यादा समय तक खुला रहेगा.
  • परिसर के सात मंदिरों के ध्वज त्रिकोणीय व मुख्य मंदिर से छोटे होंगे. उनपर ओम का चिह्न होगा. ध्वज स्थायी होंगे.
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अयोध्या:

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में आयोजित होने जा रहे ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बुधवार को बताया कि 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण समारोह की जोदार तैयारियां की जा रही हैं और इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होंगे. मिश्र ने बताया कि राम बारात और उससे जुड़े कार्यक्रमों में किसी भी तरह की असुविधा न हो इसके लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं.

उनके मुताबिक, आगामी 26 नवंबर को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये रामलला का गर्भगृह 16 घंटे से ज्यादा समय तक खुला रहेगा.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी कर्मचारियों को तीर्थयात्रियों के साथ व्यवस्थित और विनम्र व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये हैं.

मिश्र ने राम मंदिर पर ध्वजारोहण की तैयारियों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि मुख्य मंदिर के शिखर पर ध्वज लगाने के लिए तकनीकी और हस्तगत दोनों ही प्रणालियों को सुदृढ़ किया गया है. उनके मुताबिक, परिसर के सातों मंदिरों के ध्वज त्रिकोणीय होंगे और उन पर केवल 'ओम' का चिह्न होगा और वे मुख्य मंदिर के ध्वज से छोटे होंगे.

उन्होंने बताया कि ध्वजारोहण के दो सफल परीक्षण पहले ही पूरे हो चुके हैं तथा सभी मंदिरों के शिखरों पर लगे ध्वज स्थायी रहेंगे और उन्हें वर्ष में केवल एक या दो बार ही बदलने के लिए उतारा जाएगा.

मिश्र ने बताया कि जिन प्रमुख व्यक्तियों को जनवरी 2024 में मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान शामिल नहीं किया जा सका था, उन्हें ध्वजारोहण कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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