मध्य प्रदेश में 28 दिसंबर से शुरू होने वाला विधानसभा का सत्र (Assembly Session) स्थगित कर दिया गया है, लेकिन कांग्रेस ने ऐलान किया है कि सोमवार को विधानसभा घेराव (Vidhansabha Gherao) की उसकी योजना नहीं बदलेगी. कांग्रेस ने शिवराज सिंह सरकार पर विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए उसके नेताओं को घर में ही नजरबंद करने और प्रदर्शन में शामिल होने आ रहे कार्यकर्ताओं को रोकने का आरोप लगाया है.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा सत्र टालने का निर्णय सर्वदलीय बैठक में लिया गया. वहीं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष (Former Congress President) एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने आरोप लगाया कि उसके बंगले के बाहर भारी संख्या में पुलिस तैनात है. बैरीकेड लगाए गए हैं. अरुण यादव के नेतृत्व में कांग्रेस विधानसभा का घेराव करने वाली है. यादव ने कहा उनके घर के आसपास अवरोधक लगाकर भारी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए हैं. सरकार की योजना उन्हें नज़रबंद करने की है.
अरुण यादव ने कहा कि कांग्रेस के जो कार्यकर्ता अपने ट्रैक्टरों से विरोध प्रदर्शन में शामिल होने आ रहे थे, उन्हें भोपाल सीमा के अंदर आने नहीं दिया जा रहा है. जगह-जगह उन्हें रोककर ट्रैक्टरों को थाने में रखवाया जा रहा है और जबरदस्ती चालान बनाए जा रहे हैं. उन्होंने ऐलान किया कि सोमवार का विधानसभा घेराव का कार्यक्रम यथावत रहेगा, उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. सुबह 9 बजे ट्रैक्टरों पर सवार होकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय की ओर वह निकलेंगे. जहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (KamalNath) के नेतृत्व में विधानसभा घेराव किया जाएगा.
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