ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार से मुलाकात की. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने मुख्तार अंसारी की मौत पर दुख जताया और लिखा आज हम मुख्तार अंसारी के घर गए और उनके परिवार से मिला. इस कठिन समय में हम उनके परिवार, समर्थकों और प्रियजनों के साथ खड़े हैं.
आज मरहूम #मुख्तार_अंसारी के घर #गाजीपुर जाकर उनके खानदान को पुरसा दिया, इस मुश्किल वक्त में हम उनके खानदान, समर्थक और चाहने वालों के साथ खड़े हैं।
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 31, 2024
इंशा अल्लाह इन अंधेरों का जिगर चीरकर नूर आएगा,
तुम हो 'फिरौन' तो 'मूसा' भी जरूर आएगा।pic.twitter.com/oDQAbwNIiI
एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, आज मरहूम मुख्तार अंसारी के घर गाजीपुर जाकर उनके खानदान को पुरसा दिया, इस मुश्किल वक्त में हम उनके खानदान, समर्थक और चाहने वालों के साथ खड़े हैं. इंशा अल्लाह इन अंधेरों का जिगर चीरकर नूर आएगा, तुम हो 'फिरौन' तो 'मूसा' भी जरूर आएगा.
मुख्तार अंसारी को बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी. मुख्तार के परिजनों ने अंसारी को जेल में धीमा जहर देने का आरोप लगाया था. हालांकि, अस्पताल के सूत्रों के अनुसार अंसारी के पोस्टमार्टम से इस बात की पुष्टि हुई है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई.
बांदा मेडिकल कालेज में शुक्रवार को अंसारी के शव का पोस्टमार्टम कराये जाने के बाद शाम पौने पांच बजे 26 वाहनों के सुरक्षा काफिले के साथ उसका शव करीब साढ़े आठ घंटे में लगभग 400 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद देर रात एक बजकर 10 मिनट पर उसके पैतृक आवास पर लाया गया. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंसारी के आवास पर रात से ही लोग जुटने शुरू हो गए थे. मोहम्मदाबाद में शनिवार को मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
मुख्तार के बड़े बेटे एवं विधायक अब्बास अंसारी के जनाजे में शामिल नहीं हो सके. अब्बास अंसारी आपराधिक मामलों में कासगंज की जेल में निरुद्ध है.
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