दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) शनिवार को पंजाब के मोहाली पहुंचे, जहां उन्होंने नियमित किए जाने की मांग को लेकर धरना दे रहे और पानी की टंकी पर चढ़कर बैठे शिक्षकों से मुलाकात की. केजरीवाल ने भरोसा दिया कि ‘आप' की सरकार बनने पर कच्चे अध्यापकों को तुरंत पक्का किया जाएगा. केजरीवाल ने मोहाली में शिक्षा बोर्ड दफ्तर के समक्ष बैठे तदर्थ अध्यापक और सोहाना में स्थित पानी की टंकी पर चढ़े बेरोजगार पीटीआई अध्यापकों से धरने पर बैठे और उनकी मांगों को गंभीरता के साथ सुना. उन्होंने कहा, बेरोजगार अध्यापकों की समस्याओं का समाधान होगा और उच्च स्तर पर पक्की भर्ती की जाएगी. पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab assembly Election 2022) के पहले केजरीवाल ने हाल में पंजाब के कई दौरे किए हैं.
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केजरीवाल ने टंकी पर चढ़े अध्यापकों को नीचे उतरने की अपील की. उन्होंने कहा कि बहरी कांग्रेस सरकार के लिए जान जोखिम में न डालें. आप सांसद भगवंत मान ने कहा कि अध्यापकों की जगह स्कूलों में है, न कि धरनों और टंकियों पर.
केजरीवाल ने धरनारत शिक्षकों को भरोसा दिया कि पंजाब में ‘आप' की सरकार बनने पर कच्चे अध्यापकों को नियमित किया जाएगा.
केजरीवाल ने कहा कि सरकारी कालेजों जिनके 906 गैस्ट फैकल्टी प्रोफेसर/टीचर जिन्हें 15 से 20 वर्ष तक सेवा लेकर अब निकाला जा रहा है, उनकी सेवाएं जारी रखी जाएंगी. गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों के प्रतिनिधिमंडल ने केजरीवाल को मांग पत्र दिया. ये प्रोफेसर धरना स्थल पर कांग्रेस की चन्नी सरकार के विरोध में धरना प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे थे.
केजरीवाल ने कहा कि 10-20 सालों से सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे तदर्थ अध्यापकों को पंजाब में मात्र 6 हजार रुपये प्रति महीना वेतन दिया जाता है.
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मोहाली पहुंचते ही अरविंद केजरीवाल पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के समक्ष 165 दिन से धरने पर बैठे तदर्थ अध्यापकों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं. सीएम केजरीवाल ने कहा कि चन्नी सरकार ने जगह-जगह 36 हजार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के बोर्ड तो जरूर लगाए हुए हैं लेकिन न तो अध्यापकों को पक्का किया और न ही सैंकड़ों हजारों सफाई व अन्य विभागों के कच्चे और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को पक्का किया गया.
केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने शिक्षा का माहौल बदला है. इसलिए अच्छी शिक्षा और बेहतरीन नतीजों का श्रेय अध्यापकों को ही जाता है. अध्यापकों को विदेशों से प्रशिक्षण दिलाया गया और अच्छे वेतन देने समेत अध्यापकों से गैर शैक्षणिक काम लेने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. दिल्ली के अध्यापकों ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था ही बदल कर रख दी और आज दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था की दुनिया भर में तारीफ हो रही है.
इस मुलाकात के दौरान ‘आप' पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद भगवंत मान, पंजाब मामलों के प्रभारी एवं दिल्ली के विधायक जरनैल सिंह, नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा और विधायक प्रिंसिपल बुद्धराम भी धरना स्थल पर पहुंचे थे.
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