दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर प्रसिद्ध समाजसेवी अण्णा हजारे की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. अण्णा हजारे ने कहा, "हम शराब के खिलाफ थे. अरविंद भी उसमें हमारा साथ देते थे. उन्होंने जो शराब नीति बनाई, उससे मुझे बहुत दुःख हुआ. मैंने उसके लिए उन्हें पत्र भी लिखा था. उनकी गिरफ्तारी उनके कर्मों की वजह से हुई है, अब जो होगा, वह कानून देखेगा". बता दें आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal Arrest) को कथित शराब नीति घोटाले (Delhi Liquor Policy Case) में प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार शाम को गिरफ्तार किया है.
"अपने कर्मों की वजह से गिरफ़्तार हुए अरविंद केजरीवाल, अब क़ानून अपना काम करेगा" : अण्णा हजारे#ArvindKejriwalArrested #ArvindKejriwal #AnnaHazare pic.twitter.com/y7LzvN1Z1s
— NDTV India (@ndtvindia) March 22, 2024
यह मामला 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की आबकारी नीति तैयार करने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार और धनशोधन से संबंधित है. इस नीति को बाद में रद्द कर दिया गया था. मामले में ‘आप' नेताओं मनीष सिसोदिया और संजय सिंह न्यायिक हिरासत में हैं.
केजरीवाल को लिखी थी चिट्ठी
अण्णा हजारे (Anna Hazare) ने इससे पहले भी दिल्ली की शराब नीति को लेकर केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा था. कुछ साल पहले अण्णा हजारे ने शराब नीति पर खफा होकर दिल्ली सीएम केजरीवाल को चिट्ठी लिख थी. अरविंद केजरीवाल से अण्णा ने चिट्ठी में कहा था कि "वह दिल्ली में शराब की दुकानों को बंद कर दें उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने स्वराज पुस्तक में बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन उनके आचरण में इसका असर नहीं दिख रहा है. जिस प्रकार शराब का नशा होता है, उस प्रकार सत्ता का भी नशा होता है. आप भी ऐसी सत्ता के नशे में डूब गये हो, ऐसा लग रहा है."
भ्रष्टाचार की लड़ाई में अरविंद केजरीवाल समाजसेवी अण्णा हजारे के सहयोगी थे. हालांकि बाद में आम आदमी पार्टी बनाकर केजरीवाल ने राजनीति में प्रवेश कर लिया और दिल्ली में अपनी सरकार बनाई थी.
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