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This Article is From Oct 31, 2023

"एप्पल की एडवाइजरी 150 देशों में जारी हुई": विपक्ष के "हैकिंग" के आरोपों पर केंद्र का जवाब

विपक्ष के "हैकिंग" के आरोपों पर केंद्र ने कहा कि एप्पल की एडवाइजरी 150 देशों में जारी हुई. सरकार इस मुद्दे को लेकर चिंतित है और वह इसकी तह तक जाएगी.

"एप्पल की एडवाइजरी 150 देशों में जारी हुई": विपक्ष के "हैकिंग" के आरोपों पर केंद्र का जवाब
नई दिल्‍ली:

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, शशि थरूर, शिव सेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी समेट कई विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने दावा किया है कि उनके फोन हैक किये जा रहे हैं. इस पर केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार इस मुद्दे को लेकर चिंतित है और वह इसकी तह तक जाएगी. साथ ही विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए उन्‍होंने कहा कि देश में कुछ आलोचक हैं. ये लोग देश का विकास नहीं देख सकते हैं. देश में क्योंकि जब उनका परिवार सत्ता में था, तो वे केवल अपने बारे में सोचते थे. एप्‍पल (Apple) ने 150 देशों में यह सलाह जारी की है.

सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर 
अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, "एप्‍पल की ओर से कुछ लोगों को एक अलर्ट आया है, उसके बारे में मैं साफतौर पर कहना चाहता हूं कि केंद्र सरकार इस मुद्दे को लेकर बहुत गंभीर है. हम इस मुद्दे के तह तक हम जाएंगे. इस मामले में हमने जांच के आदेश जारी कर दिये हैं. जांच करके हम इस मामले की जड़ तक जाएंगे." 

सिर्फ आलोचना करने की आदत...
विपक्ष में निशाना साधते हुए केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा, "मैं आपके सामने एक और विषय रखना चाहूंगा. इस देश में हमारे कुछ आलोचक हैं जिनकी आलोचना करने की आदत हो गई है. इनका ये हाल है कि जब नींद खुले, तक सरकार की आलोचना करो.  ये लोग देश की उन्नति को पचा नहीं सकते...क्‍योंकि जब ये लोग सत्‍ता में थे, तब इन्‍होंने सिर्फ अपने बारे में सोचा. सिर्फ ये सोचा कि अपना पेट कैसे भरे...अपना पोषण कैसे हो? देश के बारे में इन लोगों को कोई लेनादेना नहीं था." 

एप्पल ने 150 देशों में ये सूचना जारी की 
अश्विनी वैष्णव ने ने बताया कि  एप्पल ने 150 देशों में ये सूचना जारी की है. एप्पल के पास कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने अनुमान के आधार पर ये अलर्ट लोगों को भेजा है. ये वेग है और आप सब जानते हैं कि एप्‍पल इस बात का दावा करता है कि उसके फोन कोई हैक नहीं कर सकता है. वहीं, कुछ समय पहले एप्‍पल ने अपना पक्ष रख दिया है कि आखिर क्‍यों अलर्ट लोगों तक पहुंचे हैं. इसलिए विपक्ष जो आरोप लगाने की कोशिश कर रहा है, वैसा कुछ भी नहीं है. 

सिर्फ 'ध्‍यान आकर्षण' करने की राजनीति
विपक्षी पार्टियों के नेता सिर्फ 'ध्‍यान आकर्षण' करने की राजनीति पर काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में इस समय भारत जिस तरह पूरे विश्‍व में अपना कद बढ़ा रहा है, ये लोग इसकी राह में परेशानियों खड़ी करने का काम कर रहे हैं. भारत की वैश्विक स्‍तर पर बढ़ती प्रतिष्‍ठा की ओर से लोगों का ध्‍यान भटकाने की कोशिश कुछ नेताओं द्वारा की जा रही है. 

सिक्योरिटी थ्रेट अलर्ट पर एप्‍पल की सफाई
एप्‍पल की ओर से जारी बयान में कहा गया, "एप्‍पल ऐसा कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं करता है. हम किसी विशेष राज्य प्रायोजित हैकर की बात नहीं कर सकते. ये संभव है कि ऐप्पल की कुछ सूचनाएं झूठी चेतावनी हो सकती हैं. ऐसी सूचनाएं जारी करने की वजह बताने में हम असमर्थ हैं. वजह बताने से भविष्य में हैकर्स को बचने में मदद मिल सकती है.

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