Amarnath Yatra: पवित्र गुफा के पास बादल फटने की घटना के बाद आंशिक रूप से रोकी गई अमरनाथ यात्रा सोमवार की सुबह नुनवान-पहलगाम (Nunwan-Pahalgam) की ओर से फिर शुरू हुई. अमरनाथ तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू आधार शिविर से रवाना हो गया है. तीर्थयात्रियों ने कहा, "हम ऊर्जा से भरे हुए हैं और बाबा के 'दर्शन' के बिना वापस नहीं जाएंगे ... हमें खुशी है कि यात्रा फिर से शुरू हो गई है. सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बल कर्मियों ने हमें सुरक्षित रूप से आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन किया है."
बालटाल बेस कैंप में रुके तीर्थयात्री यात्रा फिर से शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं. बालटाल और नुनवान, दोनों तरफ से हेलिकॉप्टर उपलब्ध रहेंगे.
अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार को बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में 16 लोगों की मौत हो गई और कम से कम तीन दर्जन लोग लापता हो गए. हादसे में घायल 34 तीर्थयात्रियों को आज भारतीय वायुसेना के एमआई-17 वी5 और चीतल हेलीकॉप्टरों द्वारा निकाला गया. भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने मलबे में फंसे लापता लोगों की तलाश के लिए छह कुत्तों के साथ एनडीआरएफ के 20 कर्मियों को भी एयरलिफ्ट किया.
भारतीय सेना ने रविवार को मलबे के नीचे दबे लोगों का पता लगाने के लिए राडार का इस्तेमाल भी शुरू किया. सेना के अधिकारियों ने कहा, "जेवर 4000 रडार का उपयोग शुरू किया गया है. ताकि मलबे के नीचे यदि कोई जीवित व्यक्ति दबा है तो उसे बचाया जा सके."
जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को पहलगाम में आधार शिविर का दौरा किया और तीर्थयात्रियों से मुलाकात की. उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने नुनवान आधार शिविर का दौरा किया और आठ जुलाई को आई बाढ़ के बाद से बाधित अमरनाथ यात्रा को बहाल करने के प्रयासों का जायजा लिया.
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि सिन्हा बचाव और राहत कार्यों व यात्रा को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की निगरानी के लिए नुनवान में रात भर रुके. सिन्हा ने वहां रह रहे यात्रियों से बातचीत भी की और स्वास्थ्य सुविधाओं एवं लंगर की व्यवस्था की समीक्षा की. इससे पहले, नुनवान आधार शिविर में अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान सिन्हा को बचाव और राहत कार्यों की जानकारी दी गई.
(इनपुट भाषा से भी)
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