आंध्र प्रदेश के अमरावती में मंगलवार की शाम गुंटूर स्थित जिन्ना टावर सेंटर तक मार्च करने निकले बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर और कार्यकर्ताओं सहित कई बीजेपी नेताओं को पुलिस हिरासत में ले लिया. सभी जिन्ना टावर का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर करने की मांग को लेकर मार्च कर रहे थे. लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी. बता दें कि पार्टी के यूथ विंग की एक बैठक के बाद, बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिन्ना टॉवर तक एक विरोध मार्च निकालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने ऐसा होने नहीं दिया.
पिछले कई महीनों से कर रहे मांग
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से बीजेपी और अन्य हिंदू संगठन ऐतिहासिक जिन्ना टॉवर का नाम बदलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन वाई एस जगन मोहन रेड्डी सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. ऐसे में मंगलवार को आंध्रप्रदेश बीजेपी के सह-प्रभारी देवधर ने विरोध मार्च का नेतृत्व करने का फैसला लिया. बीजेपी ने मांग की कि जिन्ना टॉवर का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम टॉवर कर दिया जाए.
We strongly condemn high handed behavior & detention, arrest of our state co-incharge and National Secy @Sunil_Deodhar, National Secy @satyakumar_y and hundreds of @BJP4Andhra cadres for seeking naming of Jinnah tower as Abdul Kalam Tower. Wonder if we are in AP or Pakistan? https://t.co/ZXLu7N9uly
— GVL Narasimha Rao (@GVLNRAO) May 24, 2022
बीजेपी के राज्यसभा सदस्य जीवीएल नरसिम्हा राव ने अपनी पार्टी के नेताओं के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई की निंदा की है. अपनी एक ट्वीट में उन्होंने पूछा, " हम आंध्र प्रदेश में हैं या पाकिस्तान में?" वहीं, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सोमू वीरराजू ने कहा कि न केवल उनकी पार्टी बल्कि लोगों ने भी टावर का नाम बदलने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि जिन्ना का नाम हटाने और टावर का नाम अब्दुल कलाम के नाम पर रखने की मांग को व्यापक समर्थन मिल रहा है. वीरराजू ने कहा, "राज्य सरकार हमारी मांग पर दमनकारी रुख नहीं अपना सकती है."
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