
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और क्रू-9 के सदस्य बुच विल्मोर, निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव लगभग नौ महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद सुरक्षित रूप से वापस लौट आए हैं. सभी अंतरिक्ष यात्री ड्रैगन कैप्सूल से बाहर आ गए हैं और उनकी सेहत की जांच की जा रही है. उनकी सफल वापसी के बाद अमेरिका सहित भारत में जश्न का माहौल है. लोग सुनीता विलियम्स और क्रू-9 की बहादुरी और उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं.
अतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के पैतृक गांव झूलासन में लोगों ने बुधवार को आरती और प्रार्थना करके उनके अंतरिक्ष में लगभग नौ महीने बिताने के बाद पृथ्वी पर सुरक्षित लौटने का जश्न मनाया.
#WATCH | Mehsana, Gujarat | People express joy and burst firecrackers in Jhulasan - the native village of NASA astronaut Sunita Williams after the successful Splashdown of SpaceX Dragon spacecraft carrying Crew-9 at Tallahassee, Florida
— ANI (@ANI) March 18, 2025
NASA's astronauts Sunita Williams and… pic.twitter.com/fKs9EVnPSf
फ्लोरिडा के तल्हासी में क्रू-9 को ले जाने वाले स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान के सफल स्प्लैशडाउन के बाद नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के पैतृक गांव झूलासन में लोगों ने खुशी जाहिर की और पटाखे फोड़े.
सुनीता विलियम्स को तीसरे नंबर पर ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकाला गया. हंसते हुए उन्होंने सभी का अभिवादन किया. कैप्सूल से अंतरिक्ष यात्रियों को निकालने की प्रक्रिया भी काफी जटिल होती है. कैप्सूल से सारे यात्री एक साथ बाहर नहीं आते हैं. उन्हें एक तरह से काफी मुश्किल से कैप्सूल के अंदर से खींचकर बाहर निकाला जाता है. कैप्सूल के अंदर सभी अंतरिक्ष यात्री सीट बेल्ट से बंधे होते हैं.
सुनीता विलियम्स और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर कैप्सूल ने जब धरती के वायुमंडल में प्रवेश किया, तो 3500 डिग्री फेरेनाइट से तपने के कारण अंदर बैठे अंतरिक्ष यात्रियों को यह किसी आग के गोले के समान लाल नजर आ रहा होगा. कैप्सूल ऐसे मैटेरियल का बना होता है कि अंदर तक उतना तापमान नहीं पहुंच पाता है. इसलिए बाहर के मुकाबले कैप्सूल के अंदर का तापमान काफी कम होता है.
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