एयर इंडिया की फ्लाइट में महिला यात्री पर कथित तौर पर पेशाब करने की घटना को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है.दरअसल, न्यूयॉर्क से नई दिल्ली की फ्लाइट में हुए इस कथित घटना की जानकारी क्रू मेंबर ने एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन को दिल्ली में फ्लाइट के लैंड होने के तुरंत बाद ही दे दिया था.
ANI द्वारा ई-मेल की जांच के बाद पता चला कि इस घटना को लेकर एयर इंडिया के क्रू मेंबर्स ने घटना के एक दिन बाद ही जो रिपोर्ट ईमेल किया था, उस मेल में एयर इंडिया के इनफ्लाइट सर्विस डिपार्टमेंट (आईएफएसडी) के प्रमुख, भारत में बेस ऑपरेशंस, आईएफएसडी के लीड एचआर हेड और आईएफएसडी के उत्तरी क्षेत्र के प्रमुख रूप से शामिल थे.
बता दें कि इस घटना के बाद एयर इंडिया के टॉप मैंनेजमेंट ने दावा किया था कि फ्लाइट के लैंड होने के बाद उन्हें इस घटना को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई थी. जिसके कारण आरोपी शंकर मिश्रा बिना किसी आशंका या उसके खिलाफ बगैर कार्रवाई के निकल गया था.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने पेशाब मामले में बड़ा एक्शन लिया है. डीजीसीए ने एयर इंडिया पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया है. साथ ही घटना के समय विमान उड़ा रहे पायलट का लाइसेंस 3 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रहने के लिए एयर इंडिया के निदेशक-इन-फ्लाइट सेवाओं पर तीन लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
कार्रवाई विभिन्न मानदंडों के उल्लंघन के लिए
एयर इंडिया ने गुरुवार को यात्री शंकर मिश्रा पर पिछले साल 26 नवंबर को पेशाब करने की घटना के लिए चार महीने का प्रतिबंध लगा दिया था. यह प्रतिबंध उस पर लगाए गए 30 दिन के प्रतिबंध के अतिरिक्त था. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के संज्ञान में यह घटना 4 जनवरी को आई और नवीनतम कार्रवाई विभिन्न मानदंडों के उल्लंघन के लिए है.