Ahore Election Results 2023: जानें, अहोर (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

अहोर विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 245860 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 74928 ने बीजेपी उम्मीदवार छगनसिंह को वोट देकर जिताया था, जबकि 43880 वोट पा सके कांग्रेस प्रत्याशी सवाराम पटेल 31048 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Ahore Election Results 2023: जानें, अहोर (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के मारवाड़ क्षेत्र में मौजूद है जालौर जिला, जहां बसा है अहोर विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 245860 मतदाता थे, और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार छगनसिंह को 74928 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार सवाराम पटेल को 43880 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 31048 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में अहोर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार शंकर सिंह राजपुरोहित ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 57808 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार सवाराम पटेल को 48656 वोट मिल पाए थे, और वह 9152 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में अहोर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार भाग राज चौधरी को कुल 36253 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी चिरंजी लाल दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 22502 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 13751 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.