पीएम नरेंद्र मोदी और गुजरात के सीएम विजय रूपाणी (फाइल फोटो).
अगले साल के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में चुनाव से पहले एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए शनिवार की शाम को विजय रूपाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि, "मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. गुजरात का विकास पीएम के मार्गदर्शन में होना चाहिए." रूपाणी के इस्तीफे के बाद राज्य की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार एक ऐसे मोड़ पर आ गई है जहां तीन विकल्प हो सकते हैं - एक उत्तराधिकारी (और नया कैबिनेट) नियुक्त करें, राज्य में राष्ट्रपति शासन लग जाने दें या निर्धारित समय से बहुत पहले विधानसभा चुनाव कराए.
सूत्रों के मुताबिक गुजरात में समय से पहले चुनाव को लेकर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है. सूत्रों का कहना है कि नेतृत्व में बदलाव की यह बीजेपी की एक रणनीति हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के पद के लिए संभावित में मंडाविया और नितिन पटेल के नाम है. सूत्रों का यह भी कहना है कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व रूपाणी से नाखुश है.
सूत्रों ने कहा है कि फिलहाल समय से पहले चुनाव कराने पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. पार्टी की रणनीति एक नए मुख्यमंत्री के रूप में बदलाव लाने की हो सकती है.
सूत्रों ने यह भी कहा कि मनसुख मंडाविया, जिन्हें जुलाई में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी, और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल में से किसी को विजय रूपाणी की जगह मुख्यमंत्री पद पर बिठाए जाने की संभावना है. कुछ रिपोर्टों में संकेत दिया गया है कि मंडाविया जो गुजरात के भावनगर के हैं और राज्य से राज्यसभा सांसद हैं, रूपाणी के आवास पर पहुंच गए हैं.
विजय रूपाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. भाजपा के नेता विजय रूपाणी ने शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अपने अप्रत्याशित इस्तीफे के कुछ क्षणों के बाद कहा कि गुजरात के विकास को एक नेतृत्व में आगे बढ़ना चाहिए.
उन्होंने कहा कि "मेरा मानना है कि गुजरात के विकास की यात्रा नए नेतृत्व, नए उत्साह और नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़नी चाहिए. इसी को ध्यान में रखते हुए मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है." उन्होंने मीडिया को दिए गए बयान में यह बात कही.
रूपाणी ने कहा कि, "मैं आभारी हूं कि मेरे जैसे पार्टी कार्यकर्ता को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का महत्वपूर्ण मौका दिया गया." उन्होंने कहा, "मेरे पूरे कार्यकाल में मुझे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्गदर्शन मिला. उनके मार्गदर्शन में गुजरात की प्रगति ने नई ऊंचाइयों को छुआ है. मैं राज्य के विकास में योगदान देने के अवसर के लिए माननीय प्रधानमंत्री का आभारी हूं."