नासिर और जुनैद का अपहरण करने के बाद आरोपी लगभग 20 घंटों तक हरियाणा के 4 ज़िलों में घूमते रहे. जुनैद-नासिर हत्याकांड में आरोपियों के दो समूह शामिल थे. पहले ग्रुप ने जुनैद और नासिर का अपहरण कर उनकी पिटाई की. पहला ग्रुप ही जुनैद और नासिर को अधमरा कर हरियाणा पुलिस के पास ले गया था. हरियाणा पुलिस के पल्ला झाड़ लेने के बाद पहले समूह ने जुनैद और नासिर को दूसरे समूह के सुपुर्द किया.
पुलिस सूत्रों की मानें तो दूसरे समूह ने ही बुरी तरह घायल जुनैद और नासिर की हत्या की. आरोपियों का दूसरा समूह जुनैद और नासिर के शवों को लेकर जींद और झज्जर से होता हुआ भिवानी ले गया. भिवानी में 16 फ़रवरी की देर रात जुनैद और नासिर के शवों को बुलेरो गाड़ी के साथ जला दिया. 20 घंटों तक हरियाणा पुलिस को कानों कान कोई ख़बर नहीं लगी. इस मामले में राजस्थान पुलिस अब तक 13 आरोपियों को आरोपी बना चुकी है.
आपको बता दें कि 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में एक जली हुई बोलेरो में दो नर कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया था. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद शवों की शिनाख्त हो पाई. दोनों मृतक राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले बताए गए. एफआईआर दर्ज की गई. साथ ही भिवानी और भरतपुर पुलिस भी जांच में जुट गई.
राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के रहने वाले नसीर (25) और जुनैद उर्फ जूना (35) मर्डर केस में पुलिस ने 8 और लोगों को नामजद किया है. नासिर-जुनैद के जले हुए शव 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई बुलेरो में मिले थे. इस मामले में मृतकों के परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि नासिर और जुनैद की हत्या अगवा किए जाने के बाद की गई थी.
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