महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की इस्तीफे की पेशकश के बाद नए राज्यपालों की नियुक्ति को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई. कई राज्यपालों का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है और फिलहाल उन्हें एक्सटेंशन दिया गया है. अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल बीडी मिश्रा और असम के राज्यपाल जगदीश मुखी का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो गया है. बीडी मिश्रा के पास तो मेघालय का भी अतिरिक्त प्रभार है, इसी तरह जगदीश मुखी को नगालैंड का भी अतिरिक्त प्रभार मिला है. इन दोनों ही पूर्वोत्तर राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है. सिक्किम के राज्यपाल गंगाप्रसाद और ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल भी चार साल से अधिक समय से राज्यपाल है, हालांकि पांच साल पूरे होने में अभी समय बाकी है. कोश्यारी की बात करें तो अभी उनका करीब पौने दो साल का कार्यकाल बाकी है.
बता दें, कोश्यारी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने अपने इस पत्र में पीएम से अनुरोध किया है कि वो उन्हें सभी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त कर दें. कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने कोश्यारी पर कथित तौर पर पक्षपात करने का आरोप लगाया था. राजभवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल कोश्यारी ने अपना शेष जीवन पढ़ने, लिखने और अन्य कामों में इत्मीनान से बिताने की इच्छा जताई है. कुछ दिन पहले ही कोश्यारी ने यह भी कहा था कि राज्यपाल बनने के बाद वह नाखुश हैं और उन्हें लगता है कि वह सही जगह पर नहीं हैं. उन्होंने कहा था कि मैं दुखी हूं, खुश नहीं हूं. उन्हें खुशी और सही जगह तभी महसूस होती है जब राजभवन में संन्यासी आते हैं. कोश्यारी ने ये बात जैन समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कही थी.
बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता राज्यपाल पद की दौड़ में हैं. पिछले साल मार्च में आठ नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई थी जबकि पश्चिम बंगाल में सी वी आनंद बोस को पिछले साल नवंबर में राज्यपाल नियुक्त किया गया था.
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