एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना ने उनका डीपफेक वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली पुलिस का आभार जताया. उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम पर पोस्ट में लिखा, "जिम्मेदार व्यक्ति को पकड़ने के लिए धन्यवाद." शनिवार को रश्मिका मंदाना का ‘डीपफेक' वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
उन्होंने लिखा, "उस समुदाय के लिए वास्तव में आभारी महसूस कर रही हूं जो मुझे प्यार, समर्थन देकर अपनाता है और मेरी रक्षा करता है."
फिल्म 'एनिमल' की स्टार ने अपने प्रशंसकों को एक सलाह भी दी: "गर्ल्स और ब्वॉयस, अगर आपकी सहमति के बिना कहीं भी आपकी तस्वीर का उपयोग किया जाता है या उससे छेड़छाड़ की जाती है, यह गलत है!"
रश्मिका मंदाना ने कहा, "और मुझे उम्मीद है कि यह एक रिमाइंडर है कि आपके आसपास ऐसे लोग हैं जो आपका समर्थन करेंगे और कार्रवाई की जाएगी."
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कहा था कि उसने रश्मिका मंदाना के 'डीपफेक' वीडियो के सिलसिले में आंध्र प्रदेश के एक बी-टेक डिग्रीधारी युवक को गिरफ्तार किया है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान आंध्र प्रदेश के गुंटूर में रहने वाले 23 वर्षीय ईमानी नवीन के रूप में हुई, जिसने इंस्टाग्राम पर रश्मिका मंदाना के अपने फैन पेज पर फॉलोअर्स की संख्या को बढ़ाने के लिए यह वीडियो बनाया था.
पुलिस के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) इकाई में 10 नवंबर को भारतीय दंड संहिता की धाराओं 465 (जालसाजी के लिए सजा), 469 (प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जालसाजी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं 66सी और 66ई के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
दिल्ली महिला आयोग (DCW) की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था. अधिकारी ने बताया कि एफआईआर दर्ज करने के तुरंत बाद आईएफएसओ इकाई ने यूआरएल और अन्य विवरण प्राप्त करने के लिये ‘मेटा' को पत्र लिखा, ताकि वीडियो बनाने वाले और सोशल मीडिया पर उसे डालने वाले आरोपी की पहचान की जा सके.‘मेटा' सोशल मीडिया मंच फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स की मूल कंपनी है.
पुलिस उपायुक्त (आईएफएसओ) डॉ हेमंत तिवारी ने बताया कि नवीन ने सिर्फ फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए अभिनेत्री का डीपफेक वीडियो बनाया और इसे 13 अक्टूबर को फैन पेज पर पोस्ट कर दिया. उन्होंने बताया कि आरोपी ने वीडियो बनाने के लिए यूट्यूब की मदद से एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) तकनीक का इस्तेमाल किया था. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि डीपफेक वीडियो के कारण दो सप्ताह के भीतर इस पेज की फैन फॉलोइंग 90 हजार से बढ़कर 1,08000 हो गई.
अधिकारी ने बताया कि जब नवीन को बाद में यह अहसास हुआ कि मामला एक राष्ट्रीय सनसनी बन गया और उसके बनाए डीपफेक वीडियो के खिलाफ प्रसिद्ध फिल्मी हस्तियों ने ट्वीट करना शुरू कर दिया है तो वह डर गया और उसने इंस्टाग्राम चैनल से विवादित पोस्ट हटा दिया और इंस्टा चैनल का नाम भी बदल दिया. तिवारी ने बताया कि नवीन ने अपने उपकरणों से प्रासंगिक डिजिटल डेटा को भी हटा दिया था.
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के दौरान कथित डीपफेक वीडियो से संबंधित 500 से अधिक सोशल मीडिया खातों को खंगाला गया. अधिकारी ने बताया कि गहन विश्लेषण और संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ के बाद आखिरकार इंस्टाग्राम पर नवीन के अकाउंट का पता लगा लिया गया.
उन्होंने बताया कि सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) मनोज कुमार की निगरानी में निरीक्षक हंसराज स्वामी और उपनिरीक्षक कपिल यदुवंशी की एक टीम को आंध्र प्रदेश के गुंटूर भेजा गया और नवीन को उसके घर से पकड़ लिया गया.
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि नवीन ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह रश्मिका मंदाना का बहुत बड़ा प्रशंसक है और उसने मंदाना और दो अन्य फिल्म अभिनेताओं के फैन पेज बनाए हुए हैं.
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