शराबियों के खिलाफ दिल्ली में कार्रवाई, नशे में गाड़ी चलाने पर 495 लोगों पर केस; 347 लाइसेंस जब्त

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 31 दिसंबर को नशे में गाड़ी चलाने के कुल 360 मामले सामने आए, जिनमें सबसे ज्यादा मामले कापसहेड़ा, नांगलोई, संगम विहार, तिलक नगर और नंद नगरी सर्कल में दर्ज किए गए. 1 जनवरी की सुबह तक करीब 495 मामले सामने आए.

शराबियों के खिलाफ दिल्ली में  कार्रवाई, नशे में गाड़ी चलाने पर 495 लोगों पर केस; 347 लाइसेंस जब्त

नई दिल्ली: नए साल के मौके पर दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है. दरअसल, दिल्ली पुलिस ने पूर्व संध्या पर दिल्ली में शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले और उपद्रव करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा सुनिश्त करने के उद्देश्य से देर रात ऑपरेशन में सैकड़ों लोगों को पकड़ा है. पुलिस की कार्रवाई में 495 लोगों के खिलाफ शराब पीकर गाड़ी चलाने के आरोप में दर्ज किया गया है. समचार एजेंसी की एक रिपार्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने कई इलाकों में जांच कर सैंकड़ों लोगों को पकड़ा है.

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में नशे में गाड़ी चलाने के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पिछले साल के आखिरी 15 दिनों में कुल 2129 लोगों पर मुकदमा चलाया गया.

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 31 दिसंबर को नशे में गाड़ी चलाने के कुल 360 मामले सामने आए, जिनमें सबसे ज्यादा मामले कापसहेड़ा, नांगलोई, संगम विहार, तिलक नगर और नंद नगरी सर्कल में दर्ज किए गए. 1 जनवरी की सुबह तक करीब 495 मामले सामने आए.

24 दिसंबर को नशे में गाड़ी चलाने के कुल 186 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से अमन विहार, अशोक विहार, बदरपुर, बाराखंभा रोड, चाणक्यपुरी, सिविल लाइंस, दिल्ली कैंट, डिफेंस कॉलोनी, दरियागंज और द्वारका सर्कल में सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए.

सड़क पर गलत साइड पर वाहन चलाने वाले 132 लोगों पर दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है.पुलिस ने अभियान लापरवाही से गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया.यातायात नियमों को अनदेखी करके और नियमों को बार-बार उल्लंघन करने वालों के 347 लाइसेंस जब्त किए गए.

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इस साल 31 दिसंबर 2023 तक नशे में गाड़ी चलाने के कुल 16173 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2022 में 2225 मामले, 2021 में 2831 और 2020 में 3986 मामले दर्ज किए गए.