रोहिंग्या शरणार्थियों को देश में बसाने को लेकर बुधवार को आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर देखने को मिला. आम आदमी पार्टी ने पीएम मोदी पर दिल्ली में रोहिंग्याओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया. पार्टी की तरफ से कहा गया कि दिल्ली में रोहिंग्या बस्ती के बारे में चुनी हुई सरकार को अंधेरे में रखा गया.' फाइल नोट बताते हैं कि केंद्र सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को दरकिनार कर रोहिंग्या बस्ती के बारे में सीधे LG को रिपोर्ट दें.'
आम आदमी पार्टी की तरफ से एक नोट भी सामने लाया गया है. जिसमें 29 जुलाई 2022 को एक मीटिंग का जिक्र किया गया है. जिसकी अध्यक्षता दिल्ली के मुख्य सचिव कर रहे थे. इस बैठक में सेक्रेटरी एनडीएमसी को यह निर्देश दिया गया कि वह तुरंत बक्करवाला में 240 EWS फ्लैट्स वाटर सप्लाई, अन्य जरूरी इंतजाम जैसे चालू टॉयलेट आदि का इंतजाम करके ताकि उसमे डिटेंशन सेंटर स्थापित किया जा सके. FRRO को हैंड ओवर करें. FRRO दिल्ली को यह निर्देश दिया गया कि वह डिटेंशन सेंटर बनाने के लिए बक्करवाला में ईडब्ल्यूएस फ्लैट को टेकओवर करें. यह प्रक्रिया अगस्त 2022 तक पूरी हो होगी.यह निर्देश दिया गया कि एक डिटेल self-contained नोट दिल्ली सरकार के होम डिपार्टमेंट की तरफ से उपराज्यपाल के सामने रखा जाएगा. आप की तरफ से कहा गया है कि इस नोट कहीं भी निर्वाचित सरकार या किसी मंत्री का जिक्र नहीं है और ना ही कहीं हस्ताक्षर है.
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