'असहिष्णुता' को लेकर की गई टिप्पणी के लिए बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान पर करारा पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने (आमिर खान ने) एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान एक केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में यह टिप्पणी की, जिससे सिद्ध होता है कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है। स्मृति ईरानी ने स्वयं को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहिष्णुता का जीता-जागता उदाहरण करार दिया।
NDTV से बातचीत करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, "आमिर खान हमारे देश में पर्यटन - इन्क्रेडिबल इंडिया (अविश्वसनीय भारत) - के ब्रांड एम्बैसेडर हैं... और यही है इन्क्रेडिबल... कि वह हमारी सरकार के ब्रांड एम्बैसेडर होते हुए भी, एक मंच पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री (अरुण जेटली) के सामने अपने मन की बात कह पाते हैं, जो दिखाता है कि इस मुल्क में बोलने की आज़ादी है..."
'मैं खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहिष्णुता का जीता-जागता उदाहरण'
अभिनेता से राजनेता बनीं 39-वर्षीय स्मृति ने कहा, "मैं खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहिष्णुता का जीता-जागता उदाहरण हूं... मैंने उन पर सार्वजनिक रूप से हमले किए, लेकिन उन्होंने मुझे माफ कर दिया..."
दरअसल, सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान आमिर खान ने 'असहिष्णुता' के मुद्दे पर बात करते हुए कुछ घटनाओं पर अपने मन में उमड़ रही चिंताओं को साझा किया।
क्या कहा था आमिर खान ने...?
50-वर्षीय आमिर खान ने कहा था, "जब मैं (अपनी पत्नी) किरण (राव) से घर पर बात करता हूं, वह कहती हैं, 'क्या हमें हिन्दुस्तान से बाहर चले जाना चाहिए...?' किरण के लिए ऐसा कहना बहुत बड़ी और खतरनाक बात है... वह अपने बच्चे के लिए चिंतित हैं... वह डरती हैं कि भविष्य में हमारे आसपास का माहौल कैसा होगा... वह हर रोज़ अख़बार खोलने से भी डरती हैं... यह ज़ाहिर करता है कि लोगों के मन में डर के अलावा चिंता और नाउम्मीदी भी बढ़ रही है..."
'हमारे मुल्क में है बोलने की आज़ादी'
स्मृति ईरानी ने कहा, "मुझे लगता है हम लोग इतने सहिष्णु हैं कि जब पुरुष मुझे मंत्री के रूप में नहीं, केवल एक औरत के रूप में देखते हैं, हम उसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं... जब मुझे महिला के तौर पर अपने तजुर्बों के बारे में बात करने पर हूट किया जाता है, हम उसे भी नज़रअंदाज़ कर देते हैं... लोग अपने मन में आई हर बात कह पा रहे हैं, इसी से ज़ाहिर है कि हमारे मुल्क में बोलने की आज़ादी है..."
केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री स्मृति ईरानी के मुताबिक, आमिर खान का एक खास राजनैतिक झुकाव है, लेकिन वह उनका अधिकार है।
NDTV से बातचीत करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, "आमिर खान हमारे देश में पर्यटन - इन्क्रेडिबल इंडिया (अविश्वसनीय भारत) - के ब्रांड एम्बैसेडर हैं... और यही है इन्क्रेडिबल... कि वह हमारी सरकार के ब्रांड एम्बैसेडर होते हुए भी, एक मंच पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री (अरुण जेटली) के सामने अपने मन की बात कह पाते हैं, जो दिखाता है कि इस मुल्क में बोलने की आज़ादी है..."
'मैं खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहिष्णुता का जीता-जागता उदाहरण'
अभिनेता से राजनेता बनीं 39-वर्षीय स्मृति ने कहा, "मैं खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहिष्णुता का जीता-जागता उदाहरण हूं... मैंने उन पर सार्वजनिक रूप से हमले किए, लेकिन उन्होंने मुझे माफ कर दिया..."
दरअसल, सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान आमिर खान ने 'असहिष्णुता' के मुद्दे पर बात करते हुए कुछ घटनाओं पर अपने मन में उमड़ रही चिंताओं को साझा किया।
क्या कहा था आमिर खान ने...?
50-वर्षीय आमिर खान ने कहा था, "जब मैं (अपनी पत्नी) किरण (राव) से घर पर बात करता हूं, वह कहती हैं, 'क्या हमें हिन्दुस्तान से बाहर चले जाना चाहिए...?' किरण के लिए ऐसा कहना बहुत बड़ी और खतरनाक बात है... वह अपने बच्चे के लिए चिंतित हैं... वह डरती हैं कि भविष्य में हमारे आसपास का माहौल कैसा होगा... वह हर रोज़ अख़बार खोलने से भी डरती हैं... यह ज़ाहिर करता है कि लोगों के मन में डर के अलावा चिंता और नाउम्मीदी भी बढ़ रही है..."
'हमारे मुल्क में है बोलने की आज़ादी'
स्मृति ईरानी ने कहा, "मुझे लगता है हम लोग इतने सहिष्णु हैं कि जब पुरुष मुझे मंत्री के रूप में नहीं, केवल एक औरत के रूप में देखते हैं, हम उसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं... जब मुझे महिला के तौर पर अपने तजुर्बों के बारे में बात करने पर हूट किया जाता है, हम उसे भी नज़रअंदाज़ कर देते हैं... लोग अपने मन में आई हर बात कह पा रहे हैं, इसी से ज़ाहिर है कि हमारे मुल्क में बोलने की आज़ादी है..."
केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री स्मृति ईरानी के मुताबिक, आमिर खान का एक खास राजनैतिक झुकाव है, लेकिन वह उनका अधिकार है।
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