नई दिल्ली:
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को हजारों लोगों द्वारा अंतिम विदाई दिए जाने के एक दिन बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और राष्ट्रपति भवन ने आम जन के राष्ट्रपति के रूप में मशहूर इस प्रसिद्ध वैज्ञानिक की कुछ दुलर्भ तस्वीरें ट्वीट की हैं। डॉ. कलाम की सोमवार को हृदय घात की वजह से अचानक मौत हो गई थी। वह 83 साल के थे।
डॉ. कलाम की बचपन से ही फाइटर पायलट बनने की ख्वाहिश थी, जो साल 2006 में जाकर पूरी हुई, जब वह सुखोई एमके30आई को उड़ाने वाले भारत के पहले राष्ट्राध्यक्ष हुए।
राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन में शैर करते पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम। राष्ट्रपति कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति थे, साल 2002 से 2007 तक वह इस पद पर रहे।
राष्ट्रपति कलाम बच्चों के बीच खासे प्रसिद्ध थे और अपने कार्यकाल में उन्होंने राष्ट्रपति भवन में युवा छात्रों के लिए कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया।
डॉ. कलाम के राष्ट्रपति बनने से पांच साल पहले 1997 में तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन ने भारत के इस प्रसिद्ध वैज्ञानिकों को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा गया।
डॉ. कलाम की बचपन से ही फाइटर पायलट बनने की ख्वाहिश थी, जो साल 2006 में जाकर पूरी हुई, जब वह सुखोई एमके30आई को उड़ाने वाले भारत के पहले राष्ट्राध्यक्ष हुए।
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