
बिहार की महाराजगंज लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। इस दौरान करीब 46 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
छपरा:
बिहार की महाराजगंज लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। इस दौरान करीब 46 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
राज्य निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार महाराजंगज संसदीय क्षेत्र के 14,98,891 मतदाताओं में से 46 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के लिए 1476 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। मतदान के दौरान कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
एक अन्य अधिकारी के अनुसार मांझी विधानसभा क्षेत्र के दो मतदान केन्द्रों में स्थानीय समस्या को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया।
स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में मतदान संपन्न कराने के लिए पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। उपचुनाव में सभी मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल और बिहार सैन्य पुलिस बल के अलावा जिला पुलिस बल के 8,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। मतदान संपन्न होने के बाद सभी दलों ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है।
उल्लेखनीय है कि सीवान जिले के दो विधानसभा क्षेत्र गोरेयाकोठी और महाराजगंज और सारण जिले के एकमा, मांझी, बनियापुर तथा तरैया विधानसभा क्षेत्र को लेकर बने महाराजगंज संसदीय क्षेत्र से वैसे तो छह प्रत्याशी मैदान में हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रभुनाथ सिंह और जनता दल (युनाइटेड) के प्रशांत कुमार शाही के बीच माना जा रहा है। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी जितेन्द्र स्वामी भी चुनावी समर में उतरे हैं।
राजद सांसद उमाशंकर सिंह के निधन के बाद इस क्षेत्र में उपचुनाव हो रहा है। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में राजद के उमाशंकर ने 3,000 से कम मतों से जद (यू) के तत्कालीन सांसद प्रभुनाथ सिंह को हराया था।
राज्य निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार महाराजंगज संसदीय क्षेत्र के 14,98,891 मतदाताओं में से 46 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के लिए 1476 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। मतदान के दौरान कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
एक अन्य अधिकारी के अनुसार मांझी विधानसभा क्षेत्र के दो मतदान केन्द्रों में स्थानीय समस्या को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया।
स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में मतदान संपन्न कराने के लिए पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। उपचुनाव में सभी मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल और बिहार सैन्य पुलिस बल के अलावा जिला पुलिस बल के 8,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। मतदान संपन्न होने के बाद सभी दलों ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है।
उल्लेखनीय है कि सीवान जिले के दो विधानसभा क्षेत्र गोरेयाकोठी और महाराजगंज और सारण जिले के एकमा, मांझी, बनियापुर तथा तरैया विधानसभा क्षेत्र को लेकर बने महाराजगंज संसदीय क्षेत्र से वैसे तो छह प्रत्याशी मैदान में हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रभुनाथ सिंह और जनता दल (युनाइटेड) के प्रशांत कुमार शाही के बीच माना जा रहा है। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी जितेन्द्र स्वामी भी चुनावी समर में उतरे हैं।
राजद सांसद उमाशंकर सिंह के निधन के बाद इस क्षेत्र में उपचुनाव हो रहा है। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में राजद के उमाशंकर ने 3,000 से कम मतों से जद (यू) के तत्कालीन सांसद प्रभुनाथ सिंह को हराया था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं