नए साल का जश्न मुंबई बेखौफ होकर मना सके, इसके लिए लगभग 35,000 पुलिसकर्मी सड़कों पर तैनात रहेंगे। इस साल महिलाओं को महफूज़ रखने पर पुलिस का विशेष ध्यान रहेगा, और खास दस्ते की नजरें उन लोगों पर भी होंगी, जो शहर में आतंकवादी वारदात को अंजाम देकर खौफ फैलाना चाहते हैं।
बेंगलुरू में हुए धमाके के बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की, जिसके बाद शहर को सुरक्षा के मद्देनज़र अलग-अलग सेक्टरों में बांटने का फैसला लिया गया। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता धनंजय कुलकर्णी के मुताबिक, लोग अपने पूरे परिवार के साथ घूमें-फिरें, इसलिए शहर को 13 सेक्टरों में बांट दिया गया है। गेटवे, गिरगांव, जूहू में परिवारों के लिए अलग सेक्टर रहेंगे, जहां बैरिकैडिंग होगी। 31 दिसंबर की शाम शहर में 4,000 पुलिस अधिकारी, 23,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी, एसआरपीएफ की 20 प्लाटून, होमगार्ड के 1,100 जवान, क्विक रिस्पॉन्स फोर्स की छह टीमें, डॉग और बम स्क्वाड की 13 टीमों के साथ मुंबई पुलिस की एलीट कमांडो फोर्स, फोर्स-वन को भी अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
पहली बार शहर में गेटवे ऑफ इंडिया पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे और वहां इसका कंट्रोल रूम भी होगा। गेटवे पर आने वाले हर शख्स को मेटल डिटेक्टर से गुजरना होगा, बैग और पानी की बोतल लाने की इजाज़त नहीं होगी। महिलाओं से छेड़छाड़ रोकने के लिए 93 खास दस्ते भी बनाए गए हैं।
31 दिसंबर और 1 जनवरी को सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। खंडवा जेल से फरार आतंकियों के खतरे को देखते हुए जगह-जगह इन आतंकियों की तस्वीरें लगाई गई हैं, कॉम्बिंग और नाकाबंदी ऑपरेशन भी चलाए जा रहे हैं।
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