उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जनमानस की यात्रा को और सुगम एवं सुरक्षित बनाने के लिए नित नए प्रयास कर रही है. इसी क्रम में योगी सरकार राज्य सड़क परिवहन निगम की 2817 खस्ता बसों को अप्रैल-23 से माह मार्च -24 के बीच नीलाम करने जा रही है, जबकि इसी समयावधि में 2494 नई बसों को फ़्लीट में जोड़े जाने की भी योजना प्रस्तावित है. यानी कि खस्ता हाल बसों को फ्लीट से हटाने के बावजूद यूपी रोडवेज की बसों की संख्या में कमी नहीं होगी, बल्कि नई बसों में यात्री और अधिक सुविधा के साथ सफर कर सकेंगे.
बसों की औसत आयु 5 वर्ष करने का लक्ष्य
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा माह सितंबर -2022 से अभी तक 1500 बसें नीलामी के लिए बस बेड़े से अलग की जा चुकी हैं तथा प्रतिमाह 250 बस सेट अपार्ट करने का भी लक्ष्य है. इससे फ्लीट की वर्तमान औसत आयु 7.62 वर्ष से घटाकर 5.00 वर्ष से भी कम की जा सके तथा अच्छी बसों को यात्रियों की सुविधा हेतु उपलब्ध कराया जा सके. वर्ष 2023 में लगभग 3000 नई बसें फ्लीट मे जोड़ने की योजना है तथा अगले वर्ष 2000 नई बसें क्रय किया जाना प्रस्तावित है. इसके सापेक्ष लगभग 500 नई बसें फ्लीट में आ भी चुकी हैं.
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