केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि 17 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली नई ग्रीनफील्ड परियोजना बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे (Bengaluru-Chennai Expressway) मार्च 2024 तक पूरी हो जाएगी. गडकरी ने बेंगलुरु के बाहरी इलाके में होसकोटे के पास वडगनहल्ली में परियोजना का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से कहा कि 285.3 किलोमीटर की इस चार लेन परियोजना से यात्रा समय की बचत होगी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे प्रमुख शहरों और भीड़भाड़ वाले इलाकों से गुजरने में होने वाली देरी से बचने में भी मदद मिलेगी. गडकरी ने कहा, “कर्नाटक में 71.7 किलोमीटर की इस भारतमाला परियोजना पर 5,069 करोड़ रुपये खर्च होंगे.” उन्होंने कहा, “231 किलोमीटर पर निर्माण कार्य पहले से ही चल रहा है. मार्च, 2024 तक हम इस परियोजना को पूरा करना चाहते हैं.”
तीन राज्यों से होकर गुजरेगा बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे
नितिन गडकरी ने एक्सप्रेसवे को डेवलपमेंट का राजमार्ग बताया. बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा विकसित 26 ग्रीन मोटर कॉरिडोर का हिस्सा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मई 2022 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी. यह एक्सप्रेसवे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से होकर गुजरेगा. गडकरी बुधवार रात बेंगलुरु पहुंचे थे.
पिछले साल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि देश में अच्छी सड़कों और दूसरी बेहतर ढांचागत सुविधाओं के लिए लोगों को भुगतान करने की जरूरत है. उन्होंने एक्सप्रेसवे से सफर में लगने वाले समय और ईंधन लागत में कमी के बारे में भी बताया था. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम भी तेजी से चल रहा है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से यात्रा समय में 12 घंटे की कमी आएगी.
ये भी पढ़ें:-
वाहन उद्योग का आकार दोगुना कर 15 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचाने का लक्ष्य: गडकरी
गडकरी ने पेश किया ढांचागत क्षेत्र के लिए पहला ‘श्योरिटी बॉन्ड' बीमा
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं