
दिल्ली से सटे गाजियाबाद की डासना जेल में बंद कैदियों में 140 कैदी एचआईवी पॉजिटिव (HIV Positive) पाए गए है. यह खबर किसी भी तरीके से राहत देने वाली नहीं है, लेकिन जेल प्रशासन को शायद इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. जेल प्रशासन इसे एक बेहद रूटीन मामला मान रहा है. बता दें की यह बीमारी एक जानलेवा बीमारी है और इसका फैलने का खतरा बना रहता है.
डासना जेल के सुपरिटेंडेंट आलोक कुमार सिंह मानते हैं कि जेल में क्षमता से ज्यादा कैदी हैं. यहां कुल 140 कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. हालांकि, वो आराम से कहते हैं कि इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. इतने कैदी से हमेशा पॉजिटिव रहते ही हैं.
सुपरिटेंडेंट आलोक कुमार सिंह के मुताबिक, ऐसे मरीज जो सुई से नशा करते हैं, उनके एचआईवी संक्रमित होने का खतरा रहता है. एचआईवी बीमारी जानलेवा हो सकती है. इसके तेजी से लोगों में फैलने का खतरा भी रहता है, लेकिन जेल सुपरिटेंडेंट मानते हैं कि 150 के करीब एचआईवी केस मिलना कोई बड़ी बात नहीं है.
हालांकि, जेल सुपरिटेंडेंट दावा करते हैं कि ऐसे मरीजों का ध्यान रखा जाता है और उन्हें दूसरे मरीजों से अलग कर दिया जाता है.
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