(प्रतीकात्मक तस्वीर)
कोट्टायम( केरल):
सीरो मालाबार चर्च ने कहा है कि योग और कैथोलिक विचार एकसाथ नहीं चल सकते. सीरो मालाबार चर्च के एक आयोग की रिपोर्ट में पिछले साल उनकी समिति द्वारा व्यक्त किये गये इस दृष्टिकोण को रेखांकित किया गया कि योग ईश्वरीय अनुभव प्राप्त करने का माध्यम नहीं है. ‘योग और कैथोलिक विचार’ नामक अपनी रिपोर्ट में बिशप मैथ्यू कालारंगट के नेतृत्व वाले आयोग ने कहा कि योग शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य में मदद करेगा लेकिन योग के आध्यात्मिक साधन कैथोलिक परंपरा की प्रार्थनाओं और धार्मिक विचारों से मेल नहीं खाएंगे.
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रिपोर्ट में कहा गया कि आयोग का गठन संघ परिवार की कथित सांप्रदायिक राजनीति एवं हिन्दुत्व एजेंडे के बीच योग अभ्यास पर सीरो मालाबार चर्च द्वारा अपनाए गए रुख की समीक्षा के लिए किया गया. पिछले साल, सीरो मालाबार चर्च के बिशपों की समिति ने राय व्यक्त की थी कि किसी खास शारीरिक मुद्रा से ईश्वरीय अनुभव हासिल नहीं किया जा सकता.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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