यह ख़बर 31 जुलाई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

येदियुरप्पा ने राज्यपाल को सौंपा अपना इस्तीफा

खास बातें

  • कर्नाटक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राजभवन जाकर गवर्नर को इस्तीफा सौंप दिया है। इस मौके पर येदियुरप्पा के साथ करीब 70 एमएलए मौजूद थे।
बेंगलुरू:

कर्नाटक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राजभवन जाकर राज्यपाल हंसराज भारद्वाज को इस्तीफा सौंप दिया है। इस मौके पर येदियुरप्पा के साथ करीब 70 एमएलए मौजूद थे। इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने रविवार को भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को अपना इस्तीफा भेज दिया और पार्टी के प्रति पूरा समर्थन व्यक्त किया। कहा जा रहा है कि येदियुरप्पा ने इस्तीफा सौंपने से पूर्व पार्टी से शर्त रखी थी कि वह नए सीएम का नाम घोषित करे। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने येदियुरप्पा से पद छोड़ने के लिए कहा था। राज्य लोकायुक्त ने अपनी रिपोर्ट में अवैध खनन के मामले में येदियुरप्पा को भी आरोपी बताया था। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि गडकरी ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। गडकरी को भेजे पत्र में येदियुरप्पा ने इस्तीफा देने में विलंब के कारणों को बताया है और इसका मुख्य कारण ज्योतिष संबंधी मामलों को बताया है। सूत्रों का कहना है कि येदियुरप्पा राज्यपाल हंसराज भारद्वाज से मिलने का समय मांगेंगे ताकि वह औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा सौंप सकें। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और येदियुरप्पा के बीच उनके इस्तीफे को लेकर तल्ख स्थिति पैदा हो गई थी। खबर है कि पार्टी की ओर से यह भरोसा दिलाया गया कि अगले मुख्यमंत्री के चुनाव में उनकी राय ली जाएगी, इसके बाद येदियुरप्पा पद छोड़ने के लिए राजी हुए। पार्टी नेतृत्व के कड़े रुख के आगे 68 साल के येदियुरप्पा ने शनिवार को पूरी तरह नरम रुख दिखाते हुए भाजपा के शीर्ष नेताओं के दिशा-निर्देश पालन करने की बात कही। भाजपा संसदीय बोर्ड ने गुरुवार को येदियुरप्पा से तत्काल इस्तीफा देने के लिए कहा था, लेकिन कर्नाटक की राजनीति में दखल रखने वाले येदियुरप्पा पद नहीं छोड़ने की जिद पर अड़े थे। येदियुरप्पा का ताल्लुक लिंगायत समुदाय से है। उधर, येदियुरप्पा ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि वह रविवार दोपहर तक पद छोड़ देंगे। भाजपा सूत्रों के मुताबिक गडकरी को भेजे पत्र में येदियुरप्पा ने पार्टी के प्रति अपना पूरा समर्थन जताया है। येदियुरप्पा के बाद राज्य के अगले मुख्यमंत्री की घोषणा भी आज हो सकती है। इस पद के लिए सांसद सदानंद गौड़ा और राज्य के दो मंत्रियों वी एस आचार्य एवं सुरेश कुमार का नाम चल रहा है। उधर, येदियुरप्पा खेमे से भी किसी का नाम इस पद के लिए आगे आ सकता है। येदियुरप्पा भाजपा महासचिव अनंत कुमार और अपने कैबिनेट सहयोगी जगदीश शेट्टर के नाम का विरोध करते रहे हैं।(इनपुट भाषा से भी)


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