
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
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16 जून से सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में तनातनी चल रही थी
चीनी महावाणिज्य दूत ने कहा, 'हमने इस मुद्दे को पीछे छोड़ दिया है'
28 अगस्त को दोनों देशों की बीच विवाद खत्म करने की घोषणा हुई
यह पूछे जाने पर कि क्या दोनों देशों ने डोकलाम प्रकरण को पीछे छोड़ दिया है तो झानवु ने कहा, ‘‘हां, हमने पीछे छोड़ दिया है और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिये साथ मिलकर काम कर रहे हैं.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने गत पांच सितंबर को नवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं ने सहमति जताई थी कि दोनों देशों को अपने सुरक्षाकर्मियों के बीच सहयोग को मजबूत बनाने और डोकलाम जैसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो इस बात को सुनिश्चित करने के लिये और प्रयास करने चाहिये.
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चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच गत 16 जून से सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में तनातनी चल रही थी जब भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना को उस इलाके में सड़क बनाने से रोक दिया था. गत 28 अगस्त को भारतीय विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि नई दिल्ली और बीजिंग ने विवादास्पद डोकलाम क्षेत्र से अपने-अपने सैनिकों को हटाने का फैसला किया है.
VIDEO: मिलजुल कर काम करेंगे भारत और चीन
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)