विज्ञापन

चीन ने भारत के साथ शांति के लिए बढ़ाया एक और कदम, कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर होगी शुरू, डायरेक्ट फ्लाइट भी

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री बीजिंग दौरे पर हैं. दोनों देशों के विदेश सचिवों के बीच दो दिन चली बातचीत के बाद यात्रा फिर शुरू करने का फैसला लिया गया. बैठक में दोनों देशों के बीच डायरेक्ट फ्लाइट भी शुरू करने का फैसला लिया गया. ये कोविड के बाद से बंद थीं.

चीन ने भारत के साथ शांति के लिए बढ़ाया एक और कदम, कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर होगी शुरू, डायरेक्ट फ्लाइट भी
2020 में डोकलाम में हुए विवाद के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा को रोक दिया गया था.
नई दिल्ली:

चीन ने भारत के साथ सीमा विवाद को सुलझाने और शांति के लिए एक और कदम पर सहमति जताई है. भारत के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कैलाश मानसरोवर यात्रा जल्द फिर से शुरू होगी. दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं दोबारा शुरू करने पर सैद्धांतिक रूप से सहमति बन गई है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारत और चीन लोगों के बीच संबंधों को और बढ़ावा देने के लिए उचित कदम उठाने पर सहमत हो गए हैं. 2025 की गर्मियों में कैलाश मानसरोवर यात्रा दोबारा बहाल होगी. जून 2020 में गलवान में हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए थे. डोकलाम में हुए विवाद के बाद इस यात्रा को रोक दिया गया था. कैलाश मानसरोवर यात्रा बंद होने के बाद से श्रद्धालु उत्तराखंड की व्यास घाटी से कैलाश पर्वत के दर्शन कर रहे थे.

विदेश मंत्रालय ने कहा, "जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अक्टूबर में कज़ान में हुई बैठक में सहमति बनी थी, दोनों पक्षों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की व्यापक समीक्षा की. साथ ही संबंधों को स्थिर और बहाल करने के लिए कुछ जन-केंद्रित कदम उठाने पर सहमति जाहिर की गई है." मंत्रालय ने आगे कहा, "इस संदर्भ में दोनों पक्षों ने 2025 की गर्मियों में कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला किया." 

चीन को पहले फोन में अमेरिका टोन हाई, विदेश मंत्री रूबियो ने इशारों इशारों में समझा दिया

विदेश सचिव और वांग यी की हुई थी मुलाकात
सोमवार को बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी और भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री की मुलाकात हुई थी. इस दौरान यी ने कहा कि भारत और चीन को एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए. एक-दूसरे पर संदेह के बजाय आपसी समन्वय को लेकर प्रतिबद्ध होना चाहिये.

मिसरी भारत-चीन संबंधों को बेहतर बनाने के लिए चीनी अधिकारियों के साथ बातचीत करने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर यहां आए हैं. डेढ़ महीने से भी कम समय में यह भारत के किसी उच्चस्तरीय अधिकारी की दूसरी चीन यात्रा है.

5 साल बाद शुरू हो रही डायरेक्ट फ्लाइट
भारत और चीन के बीच करीब 5 साल बाद डायरेक्ट फ्लाइट सर्विस शुरू होने जा रही है. दोनों देशों में इस पर सहमति बन गई है. कोविड-19 महामारी और इसके बाद के राजनीतिक तनावों के कारण भारत और चीन के बीच सीधी फ्लाइट्स बंद हैं. भारत के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि पेइचिंग में एक टॉप राजनयिक के दौरे में दोनों देशों के बीच सीधी फ्लाइट फिर से शुरू करने पर सैद्धांतिक सहमति बनी है.

विदेश मंत्रालय ने कहा, "वे दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं फिर से शुरू करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत हुए. दोनों पक्षों के संबंधित तकनीकी अधिकारी जल्द ही इस उद्देश्य के लिए एक अद्यतन रूपरेखा पर बातचीत करेंगे."

हाईवे के बीच आ रहे घर को हटाने के लिए सरकार ने दिया करोड़ों का ऑफर, मना करके अब पीट रहा सिर

भारत-चीन विशेषज्ञ की होगी बैठक
विदेश मंत्रालय ने कहा, "दोनों पक्षों ने सीमापार नदियों से संबंधित जल विज्ञान संबंधी आंकड़ों और अन्य सहयोग का प्रावधान दोबारा शुरू करने को लेकर चर्चा करने के लिए भारत-चीन विशेषज्ञ स्तरीय तंत्र की जल्द बैठक बुलाने पर भी सहमति व्यक्त की."

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष मीडिया और थिंक टैंक के बीच बातचीत सहित लोगों के बीच आदान-प्रदान को और अधिक बढ़ावा देने तथा सुविधाजनक बनाने के लिए उचित कदम उठाने पर सहमत हुए." 

चीन के अधिकार वाले तिब्बत में पड़ता है कैलाश मानसरोवर का ज्यादातर हिस्सा
दरअसल, कैलाश पर्वत श्रेणी कश्मीर से भूटान तक फैली हुई है. लेकिन, कैलाश मानसरोवर का ज्यादातर क्षेत्र तिब्बत में पड़ता है. चीन लंबे समय से तिब्बत पर अपना अधिकार बताता आया है. इस इलाके में ल्हा चू और झोंग चू नाम की दो जगहों के बीच एक पहाड़ है. यहीं पर इस पहाड़ के दो जुड़े हुए शिखर हैं. इसमें से उत्तरी शिखर को कैलाश के नाम से जाना जाता है. उत्तराखंड के लिपुलेख से यह जगह सिर्फ 65 किलोमीटर दूर है. चूंकि ज्यादातर इलाका चीन के अधिकार वाले तिब्बत में पड़ता है. इसलिए इस यात्रा के लिए चीन की परमिशन लेनी होती है.

NDTV ग्राउंड रिपोर्ट: माउंट कैलाश के लिए नए रास्ते का निर्माण, उत्तराखंड से कैलाश मानसरोवर के दर्शन

भारत से कैलाश मानसरोवर जाने के कितने रास्ते?
-कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए दो रास्ते हैं. पहला-उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे से होकर. इस रूट से यात्रा में 24 दिन लगते हैं. इस रूट पर यात्रा में 1.80 लाख रुपये तक का खर्चा आता है.
-दूसरा रास्ता सिक्किम के नाथू ला दर्रे से होकर जाता है. इस रूट पर 21 दिन लगते हैं. इस रूट पर यात्रा में 2.5 लाख रुपये का खर्चा आता है.


अब तक कैलाश पर कोई नहीं चढ़ पाया
कैलाश पर्वत की ऊंचाई एवरेस्ट से करीब 2000 मीटर कम है. एवरेस्ट की हाइट 8848 मीटर है. फिर भी कैलाश पर्वत पर आज तक कोई चढ़ नहीं सका है. कुछ लोग इसकी 52 किमी की परिक्रमा करने में जरूर सफल रहे हैं. वहीं, एवरेस्ट पर अब तक 7 हजार लोग चढ़ाई कर चुके हैं.

अजीत डोभाल के साथ भी बनी थी 6 मुद्दों पर सहमति
इससे पहले बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच बैठक में 6 मुद्दों पर सहमति बनी थी. यह बैठक भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए हुई थी. डोभाल 17 अक्टूबर को भारत और चीन के बीच विशेष प्रतिनिधि स्तर की 23वीं बैठक में शामिल होने पहुंचे थे.

सैनिकों की वापसी...कैलाश मानसरोवर यात्रा, चीन से भारत की किन मुद्दों पर बनी बात?

21 अक्टूबर 2024 को हुआ था डिसएंगेजमेंट समझौता
भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में 4 साल से ज्यादा समय से जारी सीमा विवाद को लेकर तनाव था. दो साल की लंबी बातचीत के बाद 21 अक्टूबर को एक समझौता हुआ कि दोनों सेनाएं विवादित पॉइंट्स देपसांग और डेमचोक से पीछे हटेंगी. इसके बाद 25 अक्टूबर से दोनों देशों की सेनाओं ने विवादित पॉइंट्स से हटना शुरू कर दिया था. भारत-चीन के बीच LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर हुए समझौते पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 27 अक्टूबर को कहा था कि सैनिकों की वापसी पहला कदम है. अगला कदम तनाव कम करना है. इसके बाद दीपावली पर बॉर्डर पर मिठाई भी बांटी गई थी. 

समझौते के मुताबिक दोनों सेनाएं अप्रैल 2020 से पहली की स्थिति में वापस लौट गई हैं. सेनाएं अब उन्हीं क्षेत्रों में गश्त कर रही हैं, जहां अप्रैल 2020 से पहले किया करती थीं. इसके अलावा कमांडर लेवल मीटिंग अब भी जारी है. वहीं, कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू होने से टूरिज्म के लिहाज से दोनों देश एक कदम आगे बढाएंगे.

भारत-चीन सीमा विवाद को सुलझाने के लिए 6 मुद्दों पर सहमति, जल्द शुरू हो सकती है कैलाश मानसरोवर यात्रा

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com