उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
संसद एवं विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई प्रतिनिधित्व प्रदान करने वाले विधेयक को पारित कराने पर जोर देते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने राजनीतिक दलों से इस कानून के अमल में आने तक महिला उम्मीदवारों का नामांकन स्वेच्छा से बढ़ाने की वकालत की।
देश में महिला प्रतिनिधित्व वैश्विक अनुपात से काफी कम
अंसारी ने कहा कि 2014 में हुए चुनाव के बाद 16वीं लोकसभा में 12 प्रतिशत महिला जन प्रतिनिधि चुनकर आई हैं, राज्य विधानसभाओं में 9 प्रतिशत महिलाएं हैं जबकि विधान परिषदों में 6 प्रतिशत महिलाएं हैं। यह वैश्विक अनुपात की तुलना में काफी कम है। उन्होंने इस बात पर खेद जताया कि संसद एवं विधानसभाओं में इस मामले में चिंताजनक असंतुलन है।
महिला मतदाता 47 फीसदी लेकिन प्रतिनिधित्व बहुत कम
उन्होंने कहा, ‘ महिलाओं को संवैधानिक अधिकार प्रदान करने की बात एक चीज है लेकिन महिला शक्ति आगे बढ़े और राजनीति एवं समाज पर उनका प्रभाव दिखे, यह दूसरी महत्वपूर्ण बात है। ’ राज्य विधानसभाओं एवं विधान परिषदों की महिला विधायकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए अंसारी ने कहा कि 47 प्रतिशत मतदाता महिला होने के बाद भी पिछले चुनाव में उनका प्रतिनिधित्व सही रूप में नहीं दिखा।
33 प्रतिशत आरक्षण का विधेयक पारित करें
अंसारी ने कहा, ‘ सभी राजनीतिक दलों को लोकसभा, राज्यसभा तथा राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाले विधेयक को पारित कराना सुनिश्चित करने के लिए पूरा समर्थन देने की जरूरत है। इसमें और देरी न हो। तब तक कम से कम महिला उम्मीदवारों के प्रतिनिधित्व को ही बढ़ाएं। ’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
देश में महिला प्रतिनिधित्व वैश्विक अनुपात से काफी कम
अंसारी ने कहा कि 2014 में हुए चुनाव के बाद 16वीं लोकसभा में 12 प्रतिशत महिला जन प्रतिनिधि चुनकर आई हैं, राज्य विधानसभाओं में 9 प्रतिशत महिलाएं हैं जबकि विधान परिषदों में 6 प्रतिशत महिलाएं हैं। यह वैश्विक अनुपात की तुलना में काफी कम है। उन्होंने इस बात पर खेद जताया कि संसद एवं विधानसभाओं में इस मामले में चिंताजनक असंतुलन है।
महिला मतदाता 47 फीसदी लेकिन प्रतिनिधित्व बहुत कम
उन्होंने कहा, ‘ महिलाओं को संवैधानिक अधिकार प्रदान करने की बात एक चीज है लेकिन महिला शक्ति आगे बढ़े और राजनीति एवं समाज पर उनका प्रभाव दिखे, यह दूसरी महत्वपूर्ण बात है। ’ राज्य विधानसभाओं एवं विधान परिषदों की महिला विधायकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए अंसारी ने कहा कि 47 प्रतिशत मतदाता महिला होने के बाद भी पिछले चुनाव में उनका प्रतिनिधित्व सही रूप में नहीं दिखा।
33 प्रतिशत आरक्षण का विधेयक पारित करें
अंसारी ने कहा, ‘ सभी राजनीतिक दलों को लोकसभा, राज्यसभा तथा राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाले विधेयक को पारित कराना सुनिश्चित करने के लिए पूरा समर्थन देने की जरूरत है। इसमें और देरी न हो। तब तक कम से कम महिला उम्मीदवारों के प्रतिनिधित्व को ही बढ़ाएं। ’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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