जस्टिस टीएस ठाकुर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को नोटबंदी मामले की सुनवाई के दौरान कुछ वकीलों के आचरण पर चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि ये करीब-करीब उनका आखिरी हफ्ता है और उन्होंने 23 साल में कभी ऐसा माहौल नहीं देखा. इतने गंभीर मसले पर इस तरह का आचरण नहीं देखा. कोर्ट को मछली बाजार बना दिया गया है. दरअसल अगले चंद रोज में जस्टिस ठाकुर रिटायर होने वाले हैं.
दरअसल नोटबंदी के मामले की सुनवाई के दौरान वकीलों के बीच में बहस होने लगी और वो चिल्लाने लगे. इसी दौरान चीफ जस्टिस ने इस पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि ऐसे गंभीर मसले पर कोई इतना असंवेदनशील कैसे हो सकता है.
वहीं नोटबंदी मामले में केंद्र सरकार की ओर से अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि केंद्र सरकार इस मामले पर पूरी तरह निगरानी रख रही है. नोटबंदी को लेकर हालात किसी तरह बिगड़े नहीं हैं. यहां तक कि कोई दूधवाला या किसान इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट नहीं आया है. ये सब मामला राजनीति से प्रेरित है. पीएम ने 31 दिसंबर तक हालात सामान्य होने के लिए कहा था जिसमें अभी भी वक्त है.10-15 दिनों में सरकार हालात और सामान्य करेगी. इन दिनों में नई करेंसी भी जुड़ जाएगी.
दरअसल नोटबंदी के मामले की सुनवाई के दौरान वकीलों के बीच में बहस होने लगी और वो चिल्लाने लगे. इसी दौरान चीफ जस्टिस ने इस पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि ऐसे गंभीर मसले पर कोई इतना असंवेदनशील कैसे हो सकता है.
वहीं नोटबंदी मामले में केंद्र सरकार की ओर से अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि केंद्र सरकार इस मामले पर पूरी तरह निगरानी रख रही है. नोटबंदी को लेकर हालात किसी तरह बिगड़े नहीं हैं. यहां तक कि कोई दूधवाला या किसान इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट नहीं आया है. ये सब मामला राजनीति से प्रेरित है. पीएम ने 31 दिसंबर तक हालात सामान्य होने के लिए कहा था जिसमें अभी भी वक्त है.10-15 दिनों में सरकार हालात और सामान्य करेगी. इन दिनों में नई करेंसी भी जुड़ जाएगी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं