
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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योगी आदित्यनाथ बोले, हमने बिजली आपूर्ति में 'एकरूपता' लाई
पूर्ववर्ती सरकार में 'केवल पांच जिलों' में चौबीसों घंटे बिजली मिलती
936 करोड़ रपये की लागत से 14 विद्युत उप केन्द्रों का लोकार्पण
प्रदेश में 936 करोड़ रपये की लागत से 14 विद्युत उप केन्द्रों का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमारी सरकार सभी 75 जनपदों में बिजली वितरण की समान व्यवस्था लागू करेगी और अक्तूबर, 2018 तक सभी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लक्ष्य की दिशा में हम बढ़ रहे हैं.'
उन्होंने कहा, ' उज्ज्वला योजना की तर्ज पर हमारी सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को नि:शुल्क बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराएगी. हमें एक ऐसी व्यवस्था विरासत में मिली थी जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में खराब ट्रांसफार्मरों को बदलने में महीनों और शहरी क्षेत्रों में ऐसे ट्रांसफार्मरों को बदलने में कई दिन लग जाते थे. अब लोग एक टोल-फ्री नंबर 1912 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घंटे में और शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे में ऐसे ट्रांसफार्मर बदल दिए जाएंगे.' जारी
योगी ने कहा, ' हम ग्रामीण इलाकों खासकर बुंदेलखंड जैसे क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों में कम वोल्टेज की समस्या दूर करने की कोशिश कर रहे हैं.' मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 10 किलोवाट तक के मीटर रखने वाले उपभोक्ताओं को स्वयं ऑनलाइन बिल बनाकर भुगतान करने की सुविधा और प्रीपेड मीटर को आनलाइन रीचार्ज करने की सुविधा का भी उद्घाटन किया और बिजली बिल के आनलाइन भुगतान को लेनदेन शुल्क से मुक्त करने की भी घोषणा की.
कार्यक्रम में मौजूद उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि राज्य में अभी तक 5100 ट्रांसफार्मर अपग्रेड किए जा चुके हैं, जबकि 8000 ट्रांसफार्मर को अपग्रेड करने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं 5 लाख नए कनेक्शन के लक्ष्य के उलट 5 लाख 65 हजार नए कनेक्शन दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री की दो दिवसीय इलाहाबाद यात्रा आज शाम संपन्न हो रही है. यात्रा के आज दूसरे दिन योगी, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक सहित शीर्ष अधिकारियों के साथ इलाहाबाद मंडल में आने वाले सभी जिलों में कानून व्यवस्था और विकास गतिविधियों की समीक्षा कर रहे हैं.
आज सुबह मुख्यमंत्री ने शहर के नेवादा क्षेत्र में एक मलिन बस्ती का निरीक्षण किया और लोगों से उनकी समस्याएं जानीं. इसके बाद वह स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के साथ स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल गए और वहां चिकित्सा सेवाओं का जायजा लिया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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