
- सपा से निष्कासित विधायक पूजा पाल का कहना है कि उन्हें अतीक अहमद को माफिया कहने पर पार्टी से निकाला गया.
- पूजा पाल ने CM योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने महिलाओं को माफियाओं से सुरक्षा दिलाई है.
- उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर सवाल उठाए कि वे पीड़ित परिवारों के साथ हैं या माफियाओं के साथ.
समाजवादी पार्टी से निष्कासित विधायक पूजा पाल ने कहा कि सपा ने उन्हें इसलिए नहीं निकाला क्योंकि उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की थी. उन्होंने कहा कि अतीक अहमद को माफिया कहे जाने से नाराज होकर पार्टी से बाहर कर दिया गया है. NDTV से खास बातचीत में पूजा पाल ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने ना सिर्फ उन्हें बल्कि उनकी जैसी हजारों महिलाओं को अतीक जैसे माफियाओं से निजात दिलाकर न्याय दिया है.
आगे क्या करेंगी... के सवाल पर पूजा पाल ने ये दिया जवाब
पूजा पाल ने अपने आगे के कदम के सवाल पर कहा कि अभी उन्होंने ये सोचा नहीं है कि आगे क्या करना है? उनका कहना है कि पूजा पाल का कोई राजनैतिक इतिहास नहीं है, पूजा पाल को जो भी मिला है वो राजू पाल के नाम पर मिला है. इसलिए अबतक राजनीति में जो मिला वो उम्मीद से बहुत ज़्यादा है. इससे ज़्यादा की अब कोई उम्मीद नहीं है.
अखिलेश पीडीए के साथ या माफियाओं के साथ?
सपा से निष्कासित की गईं विधायक पूजा पाल ने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा. उन्होंने सपा अध्यक्ष से पीडीए को लेकर सवाल किया. विधायक ने कहा कि मैं पूछती हूं कि अखिलेश यादव पीडीए के पीड़ित परिवारों के साथ हैं या फिर माफियाओं के साथ हैं.
पूजा पाल ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना
विधायक पूजा पाल ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, "मुझे नहीं लगता है कि वह पीडीए की बात करेंगे, क्योंकि राजू पाल और पूजा पाल भी तो पीडीए से आते हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि जब दो साल पहले प्रयागराज में एक हत्या की गई थी, तो राष्ट्रीय अध्यक्ष (अखिलेश यादव) ने उस मुद्दे को सदन में उठाया था.
'असद के एनकाउंटर पर अखिलेश को हुई थी सबसे ज्यादा तकलीफ'
इस पर सीएम योगी ने कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम किया जाएगा. इसके बाद जब अतीक के बेटे असद का एनकाउंटर हुआ, तो सबसे ज्यादा तकलीफ भी इन्हीं (अखिलेश) को हुई. मैं पूछती हूं कि वह पीडीए के पीड़ित परिवारों के साथ हैं या फिर माफियाओं के साथ हैं."
मैं खुद पीड़िता हूं... अतीक यूपी का माफिया थाः पूजा पाल
उन्होंने कहा, "अगर एक पीड़ित महिला किसी का आभार व्यक्त करेगी तो कहीं न कहीं वह अपने जीवन के बारे में बात जरूर करेगी. मैं खुद पीड़िता हूं और अगर किसी की वजह से महिला के जीवन में संघर्ष आता है, उसका नाम आना भी लाजिमी है. मैं पूछती हूं कि क्या वह (अतीक अहमद) संस्कारिक मुस्लिम था? वह उत्तर प्रदेश का अपराधी और माफिया था."
मैंने अतीक का नाम लिया, यही मेरे निष्कासन का कारणः पूजा
विधायक पूजा पाल ने कहा, "मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहले भी तारीफ की थी. मेरे अलावा, प्रयागराज की जनता ने भी भय मुक्त वातावरण के लिए सीएम योगी का आभार व्यक्त किया है. मेरा गुनाह सिर्फ इतना है कि मैंने माफिया अतीक अहमद का नाम लिया और अपने निजी जीवन के बारे में बताया. अतीक के बारे में बात करने पर मेरा निष्कासन किया गया है."
केशव प्रसाद मौर्या बोले- सपा का महिला विरोधी चेहरा हुआ उजागर
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने पूजा पाल के निष्कासन को लेकर सपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पिछड़ा विरोधी और महिला विरोधी हैं. उनका परिवार चाहता है कि जितने भी लोग हैं, वे सैफई परिवार की गुलामी करें. मैं उनको बता देना चाहता हूं कि कोई उनकी गुलामी नहीं करेगा. भाजपा सबका स्वागत करती है. उन्होंने एक महिला का अपमान किया है."
'जो माफिया इस दुनिया में नहीं है, उससे इनका क्या लेना-देना'
डिप्टी सीएम ने आगे कहा, "मैं खुद प्रयागराज का रहने वाला हूं और मैं सपा से पूछता हूं कि जो माफिया इस दुनिया में नहीं है, उससे उनका क्या लेना देना है? सपा का दर्द मुख्यमंत्री की तारीफ से नहीं है बल्कि उनका दर्द यह है कि जिन अपराधियों के दम पर वह सत्ता में आए थे, उनके बारे में क्यों बोला गया. मेरा मानना है कि अगर कर्म खराब होंगे तो उसकी सजा भगवान देगा. आज उन पर (पूजा पाल) जो कार्रवाई की गई है, उससे सपा का महिला, गरीब और पिछड़ा विरोधी चरित्र उजागर हो गया है."
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