
प्रतीकात्मक तस्वीर
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इसी फरवरी में सिंगापुर में हुई थी गिरफ्तारी
लिट्टे को गोला-बारूद उपलब्ध करवाता था
इससे पहले केवल एक बार पकड़ा गया था
लिट्टे से नाता
मुंबई में अमर नाईक गिरोह के सेनापति रहे कुमार पिल्लई पर यहां हत्या और जबरन वसूली के मामले दर्ज हैं। लेकिन जो बड़ी बात है वो कुमार पिल्लई की श्रीलंका के आतंकी संगठन लिट्टे (एलटीटीई) से नजदीकी। आरोप है कि कुमार पिल्लई लिट्टे को विदेश से हथियार, गोला-बारूद उपलब्ध करवाता था। बदले में लिट्टे से उसे मादक पदार्थ हेरोईन मिलती थी जिसे अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में बेच मोटी कमाई करता था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुमार पिल्लई इंजीनियरिंग पास है । अपने तस्कर पिता की हत्या का बदला लेने के ईरादे से वो अमर नाईक गिरोह में शामिल हुआ था। बताया जाता है कि कुमार पिल्लई के पिता की हत्या अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने करवाई थी।
वह देश से फरार होने के बाद कई सालों से सिंगापुर में रह रहा था। वहां दिखावे के लिए उसने इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार जमा रखा था। उसी की आड़ में वह अपना काला कारोबार करता था। वर्ष 1990 में मुंबई से फरार होने से पहले पिल्लै को केवल एक बार गिरफ्तार किया गया था और बाद में वह जमानत पर छूट गया था।
(एजेंसी भाषा से भी इनपुट)
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