Video: ट्रैक्टर पर बैठकर बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचे यात्री, भारी बारिश से बिगड़े हालात

बेंगलुरु शहर के बाहर केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Kempegowda International Airport) के आसपास भारी बारिश (Heavy rain) से पूरा इलाका पानी में डूबा नजर आया. तमाम यात्री रास्ते में ही फंस गए और कारों को आगे ले जाना खतरे से खाली नहीं था.

बेंगलुरु:

एयरपोर्ट पहुंचने के लिए कारों, टैक्सी या शटल बसों का इस्तेमाल किया होगा, लेकिन कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु एय़रपोर्ट (Bengaluru Airport) पर सोमवार रात को भारी बारिश से हालात ऐसे बिगड़े कि हवाई यात्रियों को ट्रैक्टर (Tractor Ride) पर पहुंचकर हवाई अड्डे तक पहुंचना पड़ा. अगर हवाई यात्री ट्रैक्टर का सहारा न लेते तो शायद उनकी फ्लाइट छूट जाती. 
ट्रैक्टर से हवाई अड्डे के टर्मिनल तक पहुंचने के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं.

बेंगलुरु शहर के बाहर केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Kempegowda International Airport) के आसपास भारी बारिश (
Heavy rain) से पूरा इलाका पानी में डूबा नजर आया. तमाम यात्री रास्ते में ही फंस गए और कारों को आगे ले जाना खतरे से खाली नहीं था. ऐसे में बड़े पहिये और ऊंची ट्राली वाले ट्रैक्टर मुसीबत में फंसे यात्रियों के लिए मददगार बने.  भारी बारिश औऱ बाढ़ जैसे हालातों के बीच भारीभरकम सूटकेस और अन्य सामान लेकर खड़े यात्री ट्रैक्टर पर चढ़कर एक दूसरे की मदद करते नजर आए.

एयरपोर्ट से आने-जाने वाली सड़क पिकअप और ड्राप प्वाइंट्स पर कई फीट पानी भरा था और किसी भी तरह से टैक्सी या कोई कार वहां नहीं आ जा सकती थी. बेंगलुरु एयरपोर्ट के सीईओ जयराज षणमुगम ने कहा कि उन्होंने 2008 में एयरपोर्ट से परिचालन शुरू होने के बाद से आज तक कभी ऐसे हालात नहीं देखे. ट्रैक्टर एयरपोर्ट से दूर नहीं था, लेकिन चौतरफा पानी था. 
बेंगलुरु शहर में सोमवार को रिकॉर्ड बारिश हुई. मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी की थी.

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बेंगलुरु एयरपोर्ट पर कम दृश्यता (Low visibility) के कारण कई फ्लाइटों का संचालन भी देरी से हुआ. भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण कई जगह पेड़ उखड़ गए और घरों में पानी घुस गया. कई सड़कें तालाब की लबालब भरी नजर आईं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई (Karnataka CM Basavaraj Bommai) ने सोमवार को कहा कि बाढ़ से प्रभावित इलाकों में राहत कार्य चल रहा है और वो खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं.राहत कार्यों में लगी एजेंसियों ने भी इसे अप्रत्याशित स्थिति करार दिया.